धनबाद ब्यूरो

सिंदरी-(धनबाद) : बीआईटी सिंदरी में एक वेबिनार का आयोजन किया गया। जिसका विषय था। ‘ उद्योगों में डिजिटल रूपांतरण ‘। इस अवसर पर आशीष रंजन चीफ डिजिटल ऑफिसर, नेशनल इंजीनियरिंग लिमिटेड मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित थे। सर्वप्रथम संस्थान के प्लेसमेंट पदाधिकारी डॉ. घनश्याम ने आशीष का स्वागत किया। एवं महत्वपूर्ण समय निकालने के लिए उनको धन्यवाद दिया। आशीष ने अपनी बात की शुरुआत संस्थान में खनन अभियंत्रण की पढ़ाई करते वक्त उनकी यहां से जुड़ी यादों को साझा करते हुए किया। उसके पश्चात उन्होंने उस समय से वर्तमान तक के सफर का अनुभव भी छात्रों के संग साझा किया।


रंजन ने शुरुआत में यह समझाया कि ‘ डिजिटलकरण ‘ क्या है? इसका असर हमारे जगत में कितनी गहराई तक पहुंच चुका है। डिजिटल दुनिया के आयाम कितने व्यापक हैं। उन्होंने बताया कि वर्टिकल और हॉरिजॉन्टल वैल्यू चेन का डिजिटलाइजेशन, विभिन्न तकनीकि अवधारणाओं जैसे कि साइबर-फिजिकल सिस्टम्स, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और स्मार्ट फैक्ट्री को लागू करके ऑटोमेशन और इंटीग्रेशन, जो उत्पादों, उनके पर्यावरण और व्यावसायिक पक्ष के बीच संचार को सक्षम बनाता है। स्मार्ट फैक्टरी एक कारखाना जिसमें भौतिक प्रक्रियाओं की निगरानी और प्रबंधन साइबर-भौतिक प्रणालियों द्वारा किया जाता है। इसके परिणाम स्वरूप, भौतिक प्रणालियां एक दूसरे के साथ और लोगों के साथ, इंटरनेट पर, वास्तविक समय में संचार और सहयोग करने वाली, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) में परिवर्तित हो जाएंगी। इंटरनेट ऑफ थिंग्स भौतिक वस्तुओं का एक नेटवर्क जो इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, सॉफ्टवेयर, सेंसर, एक्चुएटर्स और कनेक्टिविटी से लैस है, जो उपकरणों को एक दूसरे से संपर्क करने और डेटा का आदान प्रदान करने में सक्षम बनाता है। ग्राहकों को बेहतर कीमतों पर और उच्च गुणवत्ता के स्तर पर अधिक व्यक्तिगत उत्पाद प्रदान करें।
कर्मचारियों की उत्पादकता में सुधार और निष्क्रियता की अवधि को कम करना उत्पाद विकास लागत में कमी और बाजार में एक नया उत्पाद लाने में लगने वाले समय में कटौती ग्राहकों के बीच अधिक विश्वास हासिल करते हैं और इस तरह अपने ग्राहक आधार को बढ़ाते हैं। उन्होंने छात्रों को कैरियर के विभिन्न रास्तों के बारे में अवगत कराया। स्नातक करने के बाद उपलब्ध सारे विकल्प के बारे में बताया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि छात्रों का ध्यान व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त करने ने ज्यादा होना चाहिए। उन्होंने छात्रों को सीख कर विशेषज्ञता हासिल करने की नसीहत दी। उन्होंने ने वर्तमान समय में उद्योग जगत की मांग तथा उसके अनुरूप स्वयं को कुशल बनाने के तरीकों से भी छात्रों को अवगत कराया। अपनी बात रखने के पश्चात आशीष ने छात्रों को प्रश्न पूछने का अवसर भी दिया। छात्रों ने अपने कई प्रश्न आशीष से पूछे एवं उन्होंने अपने उत्तर से छात्रों को पूरी तरह संतुष्ट कर दिया। वेबिनार के अंत में डॉ. घनश्याम ने पूरे संस्थान की ओर से धन्यवाद ज्ञापन दिया। हमेशा की भांति अंत में अतिथि वक्ता को स्मृति चिह्न एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।

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