धनबाद ब्यूरो
निरसा-(धनबाद): कोयला राजधानी धनबाद के निरसा के बंद व चालू कोयला खदानो में 1 फरवरी मंगलवार को हुए हादसे में दर्जन भर ग्रामीण महिला-पुरुषों के हुई मौते व दर्जनों घायलों के सवाल पर भाकपा माले के केंद्रीय महासचिव काॅ. दीपांकर भट्टाचार्य, राज्य सचिव काॅमरेड मनोज भगत व मासस के पूर्व विधायक काॅ. अरूप चटर्जी ने गुरुवार को निरसा के घटनास्थल कोलियरियों का दौरा कर घटनाक्रम से अवगत हुए और हादसे में घायल लोगों से अस्पताल में जाकर मिले। काॅ. दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि झारखंड राज्य में सबसे बड़ा उद्दोग के रूप में कोयला खदान है। लेकिन केन्द्र सरकार के औधोगिक निजीकरण के कारण आउटसोर्सिंग व्यव्स्था में कोलियरियों में कोयला माफियाराज का रूप ले लिया है।इस कोयला लूट में राज्य भी कम दोषी नही है। इस लूट के संचालन में पुलिस प्रशासन, कोलियरी प्रबंधन, कुछ राजनीतिक नेताओ के गठबंधन से ही चल रहा है।इन्होने राज्य सरकार व कोल इंडिया के उच्च अधिकारियों से मांग की है कि इस हादसे की उच्च स्तरीय जांच पड़ताल कर दोषी लोगों पर कार्रवाई करें। और हादसे में मारे गए परिवारों को 15 लाख मुआवजे व घायल लोगों को बेहतर इलाज का तत्काल व्यवस्था किया जाए।मौके पर मासस के आगम राम, कार्तिक दत्ता, माले के जिला सचिव कार्तिक प्रसाद, राज्य कमेटि सदस्य पुरन महतो, पवन महतो, नागेन्द्र कुमार, कृष्णा सिंह, नकुलदेव सिंह, मनोरंजन मल्लिक, हरेन्द्र सिंह, श्रीराम विश्वकर्मा, गणेश महतो व दर्जनों कार्यकर्त्ता शामिल थे।