राजेश
गोविंदपुर-(धनबाद) : गोविंदपुर सीएचसी में एएनएम एवं अन्य चिकित्सा कर्मियों की घोर लापरवाही से टुंडी प्रखंड अंतर्गत रूपन पंचायत के टेसराटांड निवासी अमल कर्मकार की पत्नी मीना देवी के प्रसव गृह के बाहर प्रसव होने और नवजात की मौत मामले को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। इस मामले में सिविल सर्जन द्वारा गठित टीम मंगलवार को सीएचसी गोविंदपुर पहुंची। तथा प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. राहुल कुमार एएनएम गीता कुमारी एवं सहायक फुल कुमारी से मामले की जानकारी ली, उनसे पूछताछ की गई। टीम में जिला आरसीएच पदाधिकारी डॉ. विकास रॉय, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. रेखा नायक एवं सहायक संजू सहाय शामिल थी। टीम ने सीएचसी केंद्र स्थित प्रसव गृह जाकर लोगों से घटना की जानकारी ली। चिकित्सा प्रभारी राहुल कुमार, एएनएम गीता सिन्हा एवं सहायक फुलकुमारी ने घटना के संबंध में अपना बयान दिया। टीम ओपीडी रजिस्टर प्रसव गृह रजिस्टर एवं कार्यालय रजिस्टर की छाया प्रति अपने साथ ले गयी। कई कर्मियों से लिखित बयान लिया गया। इस संबंध में टीम ने कुछ भी बताने से इनकार किया। मौके पर प्रदीप सेन, धर्मेंद्र कुमार, संतोष कुमार आदि मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि प्रसव पीड़ित मीना देवी को एएनएम एवं अन्य कर्मियों ने हिमोग्लोबिन जांच एवं कागजी खानापूरी के नाम पर प्रसव गृह से बाहर निकाल दिया था। बाहर निकलने के साथ ही उन्होंने अस्पताल परिसर में शिशु को जन्म दिया जिसकी मौत हो गई।