बिमल चक्रवर्ती
धनबाद : शहर में झारखंडी भाषा संघर्ष समिति के बैनर तले स्टील गेट शिव मंदिर से एक शव यात्रा शुक्रवार को निकली गयी। जो रणधीर वर्मा चौक पर पहुंचकर समाप्त हुई। जिसमें सैकड़ों महिला-पुरुष ने हेमंत सोरेन मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार को उखाड़ फेंकने की घोषणा की गयी। शव यात्रा में शामिल झारखंडी मूल के छात्र-छात्राओं ने बताया कि 4 फरवरी को ही सरायढेला स्टील गेट शिव मंदिर में झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी की स्थापना हुई थी। जो झारखंड आंदोलन का नेतृत्व किया था। लेकिन झारखंड राज्य के गठन के बाद झारखंड के लोगों के साथ भेदभाव बरत रही है। जिसका वह लोग विरोध कर रहे हैं। ऐसे में झारखंड मुक्ति मोर्चा का विरोध करते हुए वह लोग शव यात्रा निकाले हैं और रणधीर वर्मा चौक पर पूरी झारखंडी रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार का आयोजन किया जाएगा। जुलूस में शामिल विभिन्न वक्ताओं ने बताया कि धनबाद-बोकारो जिले में झारखंड सरकार द्वारा क्षेत्रीय भाषा के तौर पर मगही और भोजपुरी को शामिल करने का वह लोग विरोध कर रहे हैं। यह विरोध तब तक चलता रहेगा, जब तक झारखंड सरकार झारखंडी जनता के साथ न्याय नहीं करती।