बिमल चक्रवर्ती
धनबाद : झारखंडी भाषा संघर्ष समिति के बैनर तले गुरूवार को बलियापुर प्रखंड के कर्माटांड़ में भोजपुरी मगही और अंगिका को क्षेत्रीय भाषा के रूप में शामिल करने के विरोध में आज सैकड़ों युवाओं ने डोकरा से पैदल मार्च करके कर्माटांड़ चौक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया। और साफ शब्दों में कहा कि “बाहरी भाषा ना चलतो” झारखंड के युवा कभी बर्दाश्त नहीं करेगी। झारखंड भाषा संघर्ष समिति के वक्ता अजीत महतो ने कहा कि सरकार जब तक क्षेत्रीय भाषा के रूप में भोजपुरी और अंगिका को वापस नहीं लेती है, तब तक सड़क पर आंदोलन करते रहेंगे, और आगे भी धनबाद में आर्थिक नाकाबंदी की जाएगी। पुतला दहन में मुख्य रूप से शेखर महतो, अनिल महतो, दिवाकर महतो, गौतम कुमार, प्रवीण महतो,निखिल महतो,नरेश महतो, विकास कुमार, रोहित, मनोज ,सौरभ, समेत झारखंड भाषा संघर्ष समिति के सैकड़ों युवा मौजूद थे।