बिमल चक्रवर्ती
धनबाद: झारखंड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन जिला इकाई धनबाद की एक बैठक जिलाध्यक्ष एसके सिन्हा की अध्यक्षता में गांधी सेवा सदन के सभागार में हुई। बैठक में जिला सचिव इरफान खान ने कहा कि आज जिला प्रारंभिक शिक्षा समिति की बैठक उपायुक्त धनबाद की अध्यक्षता में आरटीई प्रथम संशोधित नियमावली 2019 में मान्यता को लेकर समाहरणालय में की जा रही है। एसोसिएशन जिला उपायुक्त से मांग करता है कि पूर्व में जो यह कमेटी बनी है वह पूरी तरह से गलत है। उपायुक्त अपने स्तर से कमेटी की जांच करते हुए नई कमेटी का गठन करें। क्योंकि पूर्व 2020 में बैठक दिखाकर गलत तरीके से 34 विद्यालयों को मान्यता दी गई है, जिसकी जांच भी अभी चल रही है। सभी यू डायस प्राप्त छोटे निजी विद्यालय जो कि बहुत ही कम मासिक शुल्क में 90% बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं वैसे विद्यालयों का भया दोहन करना शिक्षा विभाग बंद करें और हाईकोर्ट के फैसले का विभाग इंतजार करें। एसोसिएशन का उद्देश्य कभी भी जिला शिक्षा पदाधिकारी जिला शिक्षा अधीक्षक या किसी भी विश्वविद्यालय जो मान्यता ले रहे हैं , उनका विरोध करना नहीं है। लेकिन गलत तरीके से कुछ चिन्हित विद्यालय को जो मान्यता दी जा रही है, उस पर रोक लगने चाहियें। अगर जिला शिक्षा विभाग तत्काल गलत तरीके से दी जा रही मान्यता पर रोक नहीं लगाती है तो एसोसिएशन इनके खिलाफ हाई कोर्ट में रिट याचिका दायर करेगी। जिला संयोजक सुधांशु शेखर ने कहा कि आरटीई प्रथम संशोधित नियमावली 2019 नियम के विरुद्ध झारखंड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव राम रंजन कुमार सिंह ने हाई कोर्ट में रिट याचिका दायर कर रखी है, जिस पर हाईकोर्ट ने द्वितीय संशोधन के लिए शिक्षा सचिव को आदेश भी दिया है। जब तक नियमों में द्वितीय संशोधित नहीं होती है तब तक किसी भी विद्यालय को गलत तरीके से मान्यता पर रोक लगनी चाहिए। अगर मान्यता पर पहल करनी है तो 2019 के पहले आरटीई 2009 के तहत जितने भी निजी विद्यालयों ने मान्यता के लिए आवेदन दिया है, उसको जल्द से जल्द मान्यता मिलनी चाहिए। आज की बैठक में मुख्य रूप से जिलाध्यक्ष एसके सिन्हा जिला संयोजक सुधांशु शेखर प्रदेश उपाध्यक्ष मुन्ना सिंह मकसूद आलम निरसा अध्यक्ष रंजीत कुमार मिश्रा सचिव संजीव कुमार, असरार आलम,- बलियापुर के अध्यक्ष सचिव एवं विद्यालय संचालक बाघमारा के अध्यक्ष सचिव एवं विद्यालय संचालक- राजेश कुमार सिंह साजन कुमार, फरीद अहमद, राधे कृष्ण मुरारी, रवि भूषण पांडेय, बप्पा दा, अरविंद ठाकुर, मीरन रजक आदि जिला के 200 से ज्यादा विद्यालय संचालक उपस्थित थे।