बिमल चक्रवर्ती
धनबाद : निरसा के पूर्व विधायक गुरुदास चटर्जी का 23वां शहादत दिवस देवली स्थित स्मारक स्थल, निरसा, मैथन, चिरकुंडा, मुगमा, केलियासोल, एरिया ऑफिस समेत राजा कोलियरी में मनाया गया। शुक्रवार की सुबह निरसा राजा कोलियरी में गुरुदास चटर्जी की तस्वीर पर पूर्व विधायक अरूप चटर्जी, उनकी धर्मपत्नी आनंदिता चटर्जी, पुत्री भूमि चटर्जी व मासस कार्यकर्ताओं ने पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी। दोपहर को देवली स्थित स्मारक स्थल पर पूर्व विधायक अरूप चटर्जी, मासस के केंद्रीय अध्यक्ष आनंद महतो, बगोदर विधायक बिनोद सिंह, झरिया विधायक पूर्णिमा सिंह, मार्क्सवादी युवा मोर्चा के कार्यकारिणी अध्यक्ष जगदीश रवानी, मासस के जिलाध्यक्ष बिंदा पासवान, मार्क्सवादी युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष पवन महतो, बबलू महतो समेत हजारों कार्यकर्ताओं ने अपने प्रिय नेता शहीद गुरुदास चटर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित की। निरसा से देवली पहुंची विशाल रैली
निरसा पार्टी कार्यालय से एक विशाल रैली स्व गुरूदास चटर्जी के शहादत स्थल देवली के लिए निकला। रैली में हजारों की संख्या में समर्थक गाजे बाजे के साथ अरूप चटर्जी के नेतृत्व में देवली के लिए प्रस्थान किया।
श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने कहा कि आज की भीड़ यह साबित करता है, शहीद गुरुदास चटर्जी गरीब, शोषित और पिछड़ों के सच्चे हितैषी थे। आज की राजनीति चमक-दमक व दिखावे की हो गई है। निरसा शुरू से ही संघर्ष व आंदोलन की धरती रही है। उनकी कार्यशैली से सिर्फ निरसा ही नहीं बल्कि धनबाद व बोकारो के मजदूर व किसान अपने आंदोलन का नेतृत्व करने के लिए बुलाते थे। आज उनकी कमी सभी को महसूस हो रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सार्वजनिक उपक्रमों को निजीकरण की ओर धकेल रही है। मजदूरों व किसानों को पुन: बंधुआ मजदूर बनाने की साजिश रची जा रही है। पूरे देश में जोरदार संघर्ष करने की आवश्यकता है। सभा को पूर्व विधायक आनंद महतो, अरूप चटर्जी, विधायक बिनोद सिंह, विधायक पूर्णिमा नीरजसिंह , रेखा मंडल, आजसू के मंटू महतो, अधिवक्ता राधेश्याम गौस्वामी, रामकृष्ण सिंह, रुस्तम अंसारी, जनार्दन पांडे , मन्नू आलम आदि अन्य ने संबोधित किया। मौके पर मासस के प्रखंड अध्यक्ष टूटून मुखर्जी, बादल रविदास, रामजी यादव, रोशन, हरि अग्रवाल, मिश्रा निरसा उत्तर पंचायत के मुखिया दिनेश सिंह, पप्पू सिंह, लालू ओझा, सनत भट्टाचार्य, वीरेंद्र महतो, कुंज बिहारी मिश्रा, गोपाल दास, गणेश चौरसिया, केसी दत्ता, रामचंद्र विश्वकर्मा, दिल मोहम्मद, अमल मिश्रा, टुटुन मुखर्जी, कुद्दुस अंसारी, मुमताज अंसारी, चीनू घोष, समसुद्दीन अंसारी, जितेन दे, परेश कुंभकार, नीलू मुखर्जी, मंटू पटवार, सारथी मंडल, चिरकुंडा में वरूण दे, कल्याण राय, अमरेश चक्रवर्ती, मोइज खान, रोशन खान, रवि रंजन, आनंदो, भीम शर्मा, जगदीश गोराई, मनीष सिंह, चिरंजीत चटर्जी, बुबाई चटर्जी, प्रशांतो लायक, पंकज साव, सोमनाथ चटर्जी ,अभिजीत सिंह आदि मौजूद थे।