राष्ट्रीय कृमि मुक्ति सप्ताह के सफल क्रियान्वयन के लिए जिला समन्वयक समिति की बैठक आयोजित
उत्तराखंड ब्यूरो
हरिद्वार । जिलाधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में कैम्प कार्यालय में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति सप्ताह के सफल क्रियान्वयन हेतु जिला समन्वयक समिति की एक बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति सप्ताह छह से 11 सितम्बर 2021 तक मनाया जायेगा। इसके अन्तर्गत एक से 19 वर्ष तक के लगभग नौ लाख बच्चों, बालक, बालिकाओं को आशा, आंगनबाड़ी कार्यकत्र्रियों के माध्यम से घर, स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द्रों में सुरक्षा के उपायों तथा कोविड-19 का ध्यान रखते हुये एल्बेंडाजाल टेबलेट खिलाई जायेगी। अधिकारियों ने यह भी बताया कि सितम्बर-अक्टूबर,2020 में हरिद्वार जनपद ने 75 प्रतिशत का लक्ष्य प्राप्त किया था।
डीएम विनय शंकर पाण्डेय ने कृमि मुक्ति की दवा एल्बेंडाजाल टेबलेट के सम्बन्ध में लोगों को कितनी जानकारी है, के सम्बन्ध में पूछे जाने पर अधिकारियों ने बताया कि कृमि मुक्ति की दवा खिलाने का यह कार्यक्रम कई वर्षों से चलाया जा रहा है। इसलिये अधिकतर लोगों को इसके सम्बन्ध में जानकारी है। जिलाधिकारी द्वारा पूछे जाने पर कि दवा खिलाने की क्या योजना है, के सम्बन्ध में अधिकारियों ने बताया कि इसके लिये माइक्रो प्लान बनाया गया है, जिसके अन्तर्गत आशा, आंगनबाड़ी कार्यकत्र्रियों के पास एक से 19 वर्ष तक के उनके कार्य क्षेत्र के, बच्चों, बालक, बालिकाओं की सूची होगी, जिसके अनुसार उन्हें एल्बेंडाजाल टेबलेट खिलाई जायेगी तथा इसके अतिरिक्त इसका पोर्टल भी बनाया गया है।
डीएम विनय शंकर पाण्डेय ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि कृमि मुक्ति सप्ताह का विभिन्न माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जगह-जगह कोविड-19 के वैक्सीनेशन के लिये शिविर लगाये गये हैं, इन सभी स्थलों में एल्बेंडाजाल टेबलेट खिलाये जाने के सम्बन्ध में लोगों को अधिक से अधिक जानकारी प्रदान की जाये। उन्होंने कहा कि इस कार्य में एएनएम, आशा, आंगनबाड़ी को अधिक से अधिक मेहनत करने की आवश्यकता है ताकि आम जनता इसका अधिक से अधिक लाभ प्राप्त कर सके। जिलाधिकारी ने अधिकारियों से एल्बेंडाजाल टेबलेट के साइड इफेक्ट के सम्बन्ध में भी जानकारी ली, जिस पर अधिकारियों ने बताया कि इसके साइड इफेक्ट न के बाराबर हैं। जिलाधिकारी ने दवा खिलाने की ट्रेनिंग आदि के सम्बन्ध में भी जानकारी ली, जिस पर अधिकारियों ने बताया कि आशा, आंगनबाड़ी को इस सम्बन्ध में ट्रेनिंग दी जा चुकी है।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस कार्य से जुडे़ हुये जितने भी विभाग व संस्थायें हैं, वे अपना पूरा सहयोग देना सुनिश्चित करें ताकि शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त किया जा सके। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एसके झा, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायती राज विभाग, अल्प संख्यक विभाग, एनएसएस, राष्ट्रीय क्रेडिट कोर, नेहरू युवा केन्द्र, आशा समन्वयक एनएचएम, सिटी अर्बन हेल्थ मैंनेजर सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी/पदाधिकारीगण उपस्थित थे।