निर्धारित वार्षिक वेतन वृद्धि जनवरी 2022 से देय होगा
बिहार ब्यूरो
पटना : बिहार सरकार ने राज्य के 3.5 लाख नियोजित शिक्षकों को मूल वेतन में 15% वृद्धि करने का आदेश जारी किया है । शिक्षा विभाग के अनुसार मूल वेतन में हुई वृद्धि 1 अप्रैल 2021 से लागू होगी जबकि इसका फायदा शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से नहीं मिल पाएगा । वेतन में वृद्धि का कैलकुलेशन करने के लिए ऑनलाइन कैलकुलेटर का प्रयोग किया जाएगा , जो कि इस समय तैयार नहीं हो पाया है जैसे ही यह केलकुलेटर तैयार हो जाएगा, वैसे ही 1 अप्रैल 2021 से शिक्षकों को वेतन बढ़ोतरी का लाभ मिलेगा , जो जून 2017 में निर्धारित पे मैट्रिक्स में प्राप्त मूल वेतन में 1.15 गुणा करके निर्धारित की जाएगी । इसके अलावा एक और प्रमुख बात जो इस अधिसूचना में स्पष्ट की गई है कि अब 1 अप्रैल के प्रभाव से तैयार पे मैट्रिक्स में शिक्षकों और पुस्तकालाध्यक्षों का मूल वेतन निर्धारित वार्षिक वेतन वृद्धि जनवरी 2022 से देय होगा । अबतक साल में जनवरी और जुलाई में दो बार होने वाली विभिन्न शिक्षकों की वेतन वृद्धि अब साल में सिर्फ एक बार जनवरी महीने में ही होगी ।
वहीं शिक्षकों को बढ़ा हुआ वेतन जनवरी 2022 की पहली तारीख से वेतन के साथ मिलेगा और वेतन वृद्धि को लेकर शनिवार को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किया है ।
शिक्षा विभाग की तरफ से शिक्षकों के वेतन वृद्धि के लिए प्रस्ताव मंत्रिमंडल को भेजा गया था, जहां से इसपर मंत्रिमंडल की मंजूरी मिल गई है । वहीं शिक्षा विभाग ने 12 नवंबर को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी करते हुए इसे बिहार गजट में शामिल करने का निर्देश दिया है । इसके साथ ही विभाग के उप सचिव अरशद फिरोज द्वारा नया पे मैट्रिक्स भी जारी किया गया है ।
शिक्षकों के वेतन वृद्धि पर मंत्रिमंडल की तरफ से हामी मिलने के बाद इनके मूल वेतन में 1.15 गुना वृद्धि हो जाएगी, जो अप्रैल 2017 से जारी संकल्प के मुताबिक निर्धारित मैट्रिक्स में पूर्व से प्राप्त मूल वेतन में 1.15 का गुना कर जो राशि आएगी उसे ताजा पे-मैटिक्स के ठीक ऊपर के लेवल के अनुसार निर्धारित किया जाएगा । वहीं वेतनवृद्धि के बाद नियोजित शिक्षकों का मासिक वेतन अधिकतम 39,200 रुपए तक पहुंच जाएगी, वहीं 2 साल पूरा कर चुके प्रशिक्षित शिक्षकों का वेतन करीब 3000 से लेकर 4000 रुपए तक बढ़ जाएगा।