विश्वपति
नव राष्ट्र मीडिया।
पीपल नीम तुलसी अभियान एंव रोटरी क्लब औफ बंसुधरा के संयुक्त तत्वावधान में इंटरमीडिएट शिक्षा परिषद कार्यालय बुद्धा पथ , पटना में पीपल वृक्ष की छांव में विश्राम कार्यक्रम का आयोजन किया गया । जिसका नेतृत्व पीपल नीम तुलसी अभियान के डॉ धर्मेंद्र कुमार ने किया । कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों के अंदर वृक्षों को बचाने के लिए जागरूकता बढ़ाना था। साथ ही बताना था कि लगातार पेड़ों की कटाई से कितना ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रहा है । भूगर्भ जलस्तर तेजी से नीचे गिर रहा है। लोगों की परेशानी बढ़ रही है। बड़े-बड़े एयर कंडीशनर से भी आने वाले दिनों में गर्मी से मुक्ति नहीं पाई जा सकती है। पेड़ों के छांव के नीचे बैठने से अभी भी भीषण गर्मी से निजात पाई जा सकती है। जरुरत है नीम पीपल बरगद आदि विशाल वृक्षों को बचाने की। नए पेड़ पौधों को लगाने की भी जरूरत है। विशाल वृक्षों से ही मानवता की रक्षा हो सकती है।
मौके पर डॉ धर्मेंद्र कुमार ने कहा की जल ,जंगल,जमीन सभी का जलवायु परिवर्तन से बुरा हाल है।इन सभी के पीछे एक ही कारण है वनों की कटाई – कभी कृषि के नाम पर, कभी मकान और आवासीय कॉलोनी,कभी सड़क,कभी विकास के अन्य कार्य। अंधाधुंध पेड़ो की कटाई से निरंतर तापमान में वृद्धि हो रही है।जल का संकट खड़ा हो गया है। तापमान 50 डिग्री पार कर गया है। अभी हम सब प्रचंड गर्मी का सामना कर रहे हैं। इसमें मनुष्य क्या, जीव -जंतु क्या,पेड़ -पौधे। पूरा परिवेश ही तापमान से त्रस्त है । हम शहर वासी तो एयर कंडीशनर से कुछ राहत पाने का प्रयास कर रहे हैं। परंतु कभी-कभी या तो एयर कंडीशनर काम करना बंद कर देता है और कभी तो बिजली कटौती के कारण कोई भी उपकरण नहीं चल पाता है। तब हम लोग परेशान हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में यह पता नहीं चलता है कि क्या किया जाए। ऐसी परिस्थिति में प्रकृति पीपल बरगद ही गर्मी से निजात दिला सकती है ।
पर्यावरण योद्धा प्रेमलता सिंह ने कहा कि भीषण गर्मी के इस दौर में पीपल के पेड़ की छांव से अभी भी बहुत सुकून मिलता है। पीपल के पेड़ की छांव का सहारा लिया जाए,तो शरीर को भरपूर ऑक्सिजन भी प्राप्त होगा और हम शुद्ध परिवेश में प्रकृति का आनंद भी ले सकेंगे।
रोटरी क्लब के उमेश कुमार ने कहा पौराणिक रूप से पीपल , बरगद ही ऐसे पेड़ थे जिसमें उर्जा की खपत भी नहीं होती थी । शहर एवं गांव में तापमान कम करना है तो नीम, पीपल बरगद के शरण में जाना होगा। हर हाथ से पौराणिक पौधा लगाकर उनकी संख्या बढ़ाना होगा, तभी राहत मिल पाएगी।
समाज सेवी मीना राय ने कहा की यह सांकेतिक रूप से आम जन को बताने की प्रयास किया गया कि पीपल की छाया आम लोगों के लिए अभी भी कितनी उपयोगी है। एसी के बदले लोगों को अभी भी पीपल के छांव के नीचे बैठना चाहिए।
पर्यावरण योद्धा ज्ञानवती देवी ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा पीपल बरगद का पौधारोपण करके ही शहर को बढ़ते तापमान से मुक्ति दिलायी जा सकती है। उन्होंने आम लोगों से अपील की कि वह बड़ी संख्या में नीम पीपल बरगद के पेड़ पौधों को लगाएं तथा उनका निरंतर पटवन करके उनको जिंदा रखने का भी कार्य करें।
इस अभियान के दौरान डॉ आरके ठाकुर ,दिनकर जी, उमेश कुमार ,राजा जितेंद्र कुमार, ज्ञानवती देवी ,प्रेमलता सिंह ,मीना राय , ममता जी समेत अन्य लोग उपस्थित थे।