शर्मनाक सभा- बोलते रहे नीतीश , चलते रहे आलू-प्याज
विजय शंकर
पटना । बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 17 जिलों की 94 सीटों पर जहाँ एक ओर मतदान हो रहा है, वहीं तीसरे चरण के लिए प्रचार अभियान जारी है । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी , कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी , मुख्यमंत्री नीतीश कुमार , उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी , प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव भी अपनी-अपनी चुनावी सभाएं कर रहे हैं। बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार मधुबनी में एक रैली को संबोधित करने पहुंचे थे । जब वह लोगों को मंच से संबोधित कर रहे थे तभी जनसभा में मौजूद असामाजिक तत्वों ने नीतीश कुमार को निशाना बनाते हुए उन पर आलू-प्याज फेंक दिया । इस घटना के बाद नीतीश कुमार विचलित हो गए और उ लोगों से कहने लगे कि और फेंको, और फेंको , । उन्होंने अपना भाषण रोका नहीं और बोलते रहे । इतना ही नहीं जब सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें सुरक्षा दी और बचाने में लग गए तब उन लोगो को भी उन्होंने अपने पास से हटा दिया । बावजूद इसके 4-5 सुरक्षा कर्मी मंच पर आकर खड़े रहे और दूसरी ओर से आलू-प्याज-पत्थर भी चलते रहे । हालाँकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस घटना में बच गए और उनपर कोई फेंका सामान नहीं गिरा ।
जानकारी के अनुसार मंगलवार को नीतीश कुमार मधुबनी जिले की हरलाखी विधानसभा क्षेत्र में जनसभा में संबोधित करने पहुंचे थे । जब वे अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए पिछड़ा और अतिपिछड़ा के बारे में जिक्र कर रहे थे, तभी जनसभा में मौजूद असामाजिक तत्व ने मंच की तरफ आलू प्याज फेंक दिया । लोगों के विरोध के बावजूद नीतीश ने भाषण बंद नहीं किया । तुरंत ही सुरक्षाकर्मियों ने सीएम को घेर लिया। आलू प्याज फेंकने की घटना के बाद भी नीतीश कुमार चुप नहीं हुए। वे कहने लगे कि फेंको… फेंको और फेंको । साथ ही भाषण सुनने आये जदयू-भाजपा समर्थकों से भी वे कहते रहें कि आप लोग उ लोगों की तरफ ध्यान नहीं दें । उन्होंने कहा कि इस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है । इसके बाद नीतीश कुमार ने बेरोजगारी और अन्य मुद्दों पर बोलना शुरू किया जिसके बाद सभा में शांति लौटी ।