श्रद्धांजलि सभा आयोजित, समाज को जोड़ने के लिए सेतु का काम करते थे रविनन्दन सहाय

विजय शंकर
पटना । केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद में स्वर्गीय रवि नंदन सहाय के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला और कहा कि वे सच्चे समाजसेवी थे और उन्होंने अपने लिए कभी कुछ नहीं कहा बल्कि हमेशा समाज के लिए ही कुछ करना चाहते थे । राजनीति में आने का अवसर प्राप्त होने के बाद भी उन्होंने समाज सेवा को आगे रखा । उनके अंदर संपत्ति का गुमान नहीं था, बल्कि सब लोग के साथ घुल मिलकर रहते थे और हमेशा सबकी मदद करते थे । ऐसा व्यक्ति करोड़ों में एक होता है । मैं उनके सरल स्वभाव और प्रभावशाली व्यक्तित्व का कायल रहा हूँ । खण्डों व संगठनों में बंटे सभी कायस्थ संगठनों को मिलाने की बात करते थे, जिसके लिए वे जीवन भर प्रयास करते रहे और यह सपना अधुरा छोड़कर चले गए ।

अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे स्वर्गीय रविनंदन सहाय की स्मृति में आज श्रद्धांजलि सभा का आयोजन सहाय सदन में किया गया । इसकी अध्यक्षता महासभा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव रंजन सिन्हा ने की और संचालन महासचिव सुजीत कुमार वर्मा ने किया । इस मौके पर कुम्हरार के विधायक अरुण कुमार सिन्हा ने कहा कि इतना विशाल व्यक्तित्व कहीं नही देखा, उस महान आत्मा को मैं नमन करता हूँ । दर्द बांटने का काम करते थे और उसमें ही अपनापन महसूस करते थे । उन्होंने कहा कि जब कायस्थ समाज जागेगा तो राष्ट्र जागेगा । अमर भैया से किसी को डर नहीं लगता, अनुशासन प्रिय उनका व्यक्तित्व था, कायस्थ का उत्थान चाहते थे, राजनीति में नहीं जाना चाहते थे ।

इस मौके पर उनसे नजदीकी रिश्ता रखने वाले और अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के शिक्षा एवं रोजगार प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रोफ़ेसर निर्मल कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि रवि नंदन सहाय अपना निर्णय बहुत सोच समझ कर लेते थे, जो निर्णय लेते थे उससे कभी पीछे हटने या कभी पछतावा होने का कोई गुंजाइश नहीं रहता था ।
श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव रंजन सिन्हा ने की । उन्होंने कहा कि अमर भैया मेरे लिए प्रेरणा स्रोत थे और उनकी खासियत यह थी कि कोई भी कार्य उत्साह के साथ करते थे । आधे अधूरे मन से वह कोई कार्य नहीं करते थे । उन्होंने रोते हुए कहा कि जिस परिसर में होली मिलन के लिए हम लोग जमा होते थे, आज दुख है कि इसी परिसर में हम उनकी श्रद्धांजलि सभा कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भी गरीबों के लिए, आम आदमी के लिए वह हमेशा चिंतित रहते थे और उसे खाने की व्यवस्था से लेकर मास्क तक की व्यवस्था करते रहे । भीषण ठंड में भी जरूरतमंदों के लिए कंबल वितरण का प्रबंध किया करते थे । उन्होंने कहा उनमें कोई अहंकार नहीं था बल्कि समाज के प्रत्येक अभावग्रस्त लोगों के लिए उनमें उदार भाव था और मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है । उनके अधूरे कार्यों को पूरा करना है । अब हमारा मकसद भी यही होगा ।

इस मौके पर महामंत्री सुजीत कुमार वर्मा ने कार्यक्रम का संचालन किया और स्वर्गीय रवि नंदन सहाय को याद करते हुए उन्होंने कहा कि अमर भैया मेरे अभिभावक तुल्य थे और और उनके जाने से पूरा कायस्थ समाज अकेला महसूस कर रहा है और उनके खाली जगह को भरा नहीं जा सकता ।

इस मौके पर महासभा के राष्ट्रीय मंत्री मनोहर कृष्णा अतुल ने कहा कि अमर भैया में दूरदर्शिता थी और वह आगे होने वाले काम को देखते और करते थे । बीमारी के दौरान उन्होंने बीमारी छोड़कर अपने समाज के उत्थान की सूची बनाने और बीमारी के दौरान ही अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाने का निर्णय उनके मन में आया था । उन्होंने कहा कि उनका ड्रीम प्रोजेक्ट पत्रिका को आत्मनिर्भर बनाने का था और इसके लिए वे मंत्र भी दे गए और अंतिम समय तक राष्ट्रीय अध्यक्ष का दायित्व निभाते रहे ।
इस मौके पर प्रचार प्रसार के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील कुमार सिन्हा ने कहा कि अगर अमर भैया हमेशा अमर रहेंगे और उनके साथ काम करने का जो सौभाग्य मिला है , मैं अपना सौभाग्य मानता हूं । इस अवसर पर अमिताभ एवं श्वेता श्रीवास्तव ने भी संवेदनाएं व्यक्त की । संवेदना व्यक्त करने वालों में नरकटिया के विधायक रवि वर्मा , पद्मश्री डॉ गोपाल प्रसाद, चित्रांश बिहार के अध्यक्ष अनिरुद्ध प्रसाद . संगठन मंत्री आदित्य नारायण, पटना नगर निगम के वार्ड पार्षद प्रमिला वर्मा, सीमा वर्मा, कुमार संजीत, बबलू , माला सिन्हा , डॉ आशीष कुमार सिन्हा आदि ने भी संवेदनाएं व्यक्त की ।
मौके पर जिला अध्यक्ष अरुण कुमार , आशुतोष नारायण सिन्हा, मुकेश कुमार, विजय कुमार, वैशाली के जिला अध्यक्ष रविंद्र रतन, राष्ट्रीय युवा महामंत्री रंजीत श्रीवास्तव, कुसुमलता वर्मा, शालिनी सिन्हा, डॉ प्रमोद कुमार सिन्हा, अविनाश कुमार सिन्हा, अजय कुमार सिन्हा, विनय कुमार सिन्हा, पल्लू बाबू ,राकेश सिन्हा , सुदामा सिन्हा, अरुण माइकल, मुकेश कुमार लाल, अभिषेक आनंद, संगीता सिन्हा, प्रियंका सिन्हा, अलका श्रीवास्तव, शैलेंद्र नारायण, सुशांत सौरव, देवराज गुल्लू, कमलेश प्रसाद, मुरारी सहाय, अंजनी कुमार सिन्हा, कमलनयन श्रीवास्तव, अमरेश कुमार सिन्हा, अविनाश कुमार सिन्हा आदि ने भी अपने अपने विचार और उनके साथ बिताए पलों का वर्णन और संवेदना व्यक्त की । मीडिया प्रभारी शालिनी सिन्हा ने संवेदना व्यक्त कर उनके कार्यों को याद किया ।

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