तीसरे दिन भी अस्पतालों में बदइंतजामी एवं भ्रष्टाचार के विरुद्ध अनशन पर रहे सामाजिक कार्यकर्ता विजय कुमार
विजय शंकर
पटना । सामाजिक कार्यकर्ता विजय कुमार ने प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्रियों से आग्रह किया है कि आम जनों के हित में, जनता को बेवजह मौत के मुंह में धकेलने से बचाएं । यह सब अस्पताल के बदइंतजामी और भ्रष्टाचार के कारण हो रहा है। अस्पताल प्रशासन जनता के जीवन से खिलवाड़ कर रही है। वहां बैठे अधिकारी एवं कर्मचारी गण भ्रष्ट हो गए हैं, उन्हें सिर्फ धन चाहिए। किसी व्यक्ति के जीवन का उनके लिए कोई महत्व नहीं है। देश में जो अस्पताल व्यवस्था है ,उस व्यवस्था को सुचारू ढंग से चलाया जाए तो क़रोना एवं गैर कोरोना ग्रसित मरीजों के जीवन को बचाया जा सकता है। इसीलिए आग्रह करते हैं कि देश भर के सभी 70000 निजी एवं सरकारी अस्पतालों को तत्काल सेना के हवाले करें। सिर्फ सेना में ही ताकत है कि अस्पतालों की व्यवस्था को तत्काल व्यवस्थित कर सकते हैं।
यह कार्य जितना जल्द हो और अस्पतालों का प्रशासन सेना के हवाले हो जाए । अस्पताल प्रशासन मुस्तैद हो जाएगा। ऐसा करके हम मानवता की सेवा करेंगे।
बेवजह मरीजों की, जो मौत हो रही है उससे उन्हें निजात मिलेगी ।देश में कोरोना के नाम पर जो पैनिक बना हुआ उसमें भी कमी आएगी।
इसलिए माननीय प्रधानमंत्री जी , माननीय मुख्यमंत्री बिहार एवं अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री जी आप हर हाल में अस्पतालों के प्रशासन को सेना के हवाले करें।
निजी और सरकारी अस्पतालों में मरीजों की सेवा ,देखभाल, दवा- दारू सभी व्यवस्था निशुल्क उपलब्ध हो ।ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री जी, बिहार आप खुद देख रहे हैं कि आपके अस्पतालों में प्रशासन नाम की कोई चीज नहीं है । लूटेरों का जमावड़ा है। आप उनसे बिहार की जनता को बचाइए। प्रधानमंत्री जी से भी आग्रह है कि आप विभिन्न प्रदेशों में जो अराजकता अस्पतालों में देख रहे हैं ,वह आप के अधीन नहीं है ।उस राज्य के सरकारों के अधीन है। लेकिन वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए देश में राष्ट्रीय आपदा घोषित करके आप अस्पतालों के प्रबंधन को सेना के अधीन से करें। इससे निजी और सरकारी अस्पतालों में व्यवस्था दुरुस्त हो जाएगी और मानवता की जो हानि हो रही है वह कम हो जाएगी ।
इसलिए इस आग्रह को तुरंत माने। मेरा जीवन उतना अनमोल नहीं है ,जितना हमारे बच्चे, हमारे युवा का ,जोअपना जीवन खो रहे हैं।
अनिश्चितकालीन अनशन के तीसरे दिन डाक्टरों की टीम ने समाजिक कार्यकर्ता विजय कुमार की जांच की है। इनका ब्लड प्रेशर सामान्य से नीचे चला गया है। लेकिन विजय कुमार अनशन करने पर अड़े हुए हैं।