नेशनल ब्यूरो
नयी दिल्ली/लखनऊ : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि अर्थव्यवस्था के विकास के लिए आवश्यक प्रमुख पहलुओं, जैसे कुशल मानव संसाधन, पूंजी, तकनीकी, बाजार और संस्थाएं जैसे कानून का शासन, स्वतंत्र अदालतें, स्वतंत्र प्रेस और नियामक प्रणाली को मजबूत करने के लिए सरकार प्रयासरत है और इसके लिए उपाय भी किये गए हैं । उन्होंने कहा कि व्यापार प्रक्रिया में प्रौद्योगिकी और डिजिटल वास्तुकला के उपयोग को और अधिक पारदर्शी बनाने के लिए सरकार इन्हें बढ़ावा देने का काम कर रही है ।”
रक्षा मंत्री आज लखनऊ में इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) की मध्य भारत क्षेत्रीय परिषद (सीआईआरसी) की लखनऊ शाखा द्वारा आयोजित वित्तीय बाजार पर कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे ।
राजनाथ सिंह ने कहा कि मानव संसाधन को मजबूत करने के लिए, सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 जारी की है और नए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-आईआईटी, भारतीय प्रबंध संस्थान-आईआईएम, पॉलिटेक्निक कॉलेज, चिकित्सा महाविद्यालय स्थापित किए और मेडिकल सीटों की संख्या में वृद्धि की। बैंकों के विलय, निजीकरण और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के पूंजीकरण जैसे साहसिक कदमों से यह सुनिश्चित हो गया है कि गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां या अन्य कारणों से घाटे का सामना कर रहे बैंक अब ऋण प्रदान करने की स्थिति में हैं।
उन्होंने कहा कि स्टार्ट-अप के लिए वेंचर कैपिटल फंडिंग विकसित की गयी है, जो शुरुआती चरण में उनकी वित्तीय सहायता के लिए महत्वपूर्ण है । स्टार्टअप-आधारित नवाचार इकोसिस्टम की सफलता इस तथ्य से स्पष्ट है कि देश में 100 से अधिक यूनिकॉर्न तैयार हो चुके हैं । खुदरा निवेशकों को प्रोत्साहित किया गया है और इनसाइडर ट्रेडिंग को समाप्त किया गया है ।