न्यूज ब्यूरो
पटना : बिहार के वरीय पत्रकार विजय कृष्णा अग्रवाल ने आज छठ महापर्व की महिमा का बखान करते हुए कहा कि आज भी बिहार में छठ व्रती छठी मईया से बेटी ही मांगती हैं । छठ पूजन का दिन एक उत्तम उदाहरण दिवस है, यहां की महिलायें वर्षों पूर्व से साल में एक बार चार दिवसीय अनुष्ठान कर अपने खानदान और समाज के लिए बेटी मांगती हैं।
उन्होंने कहा कि छठ पर्व के पावन अवसर पर गाए जाने वाले गीतों में वे गाती आयी हैं- “रूनकी झुनकी बेटी मांगीला, पढ़ल, लीखल, पंडितवा दामाद, ए छठी मईया दर्शन दिहीं न अपान”, यही नहीं वो घर में सिमटी- सकुचाई रहने वाली बेटी नहीं बल्कि ऐसी बेटी चाहती हैं जिनके कदमों की आवाज से पूरी दुनिया गुंजती रहे और उन्हें जो वर मिले वो पैसे वाला हो या न हो पर पढ़ा- लिखा जरूर हो। छठ पर्व के विभिन्न मौकों पर महिलाओं के लिए सम्मान ही सम्मान देखने को मिलता है।
उन्होंने कहा कि शुचिता, सात्विकता, शुद्धता, स्वच्छता, सामाजिकता के पर्याय लोक आस्था के महापर्व पर भगवान भास्कर सभी बिहारवासियों का संपूर्ण जीवन खुशहाली एवं समृद्धि से परिपूर्ण करें। भगवान भास्कर मनोकामनाएं पूर्ण करें, सूर्योपासना के पावन महापर्व छठ की शुभकामनाएं देते हुए सभी के खुशहाल जीवन की कामना करते हैं ।