बिमल चक्रवर्ती
धनबाद: धनबाद जिला मुख्यालय पर भारतीय जनता पार्टी के आक्रोश प्रदर्शन में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, हेमंत सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने हेमंत सरकार पर राज्य को विनाश की ओर ले जाने का आरोप लगाया। खनन घोटाले का मुद्दा उठाते हुए कहा कि खनन मामले में लगभग सभी भ्रष्टाचारी व अधिकारी जेल में हैं। लेकिन फिर भी सरकार अवैध खनन रोकने में विफल है। उन्होंने हेमंत सरकार पर आदिवासी-मूलवासी के साथ बहुसंख्यक समाज और पारा शिक्षकों को ठगने का भी आरोप लगाया। उन्होंने “ऐसा कोई सगा नहीं जिसे हेमंत ने ठगा नहीं” का जुमला कई बार दोहराया। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार के पिछले 3 वर्ष में राज्य में ऐसी एक भी योजना नहीं है जिसकी उपलब्धि हेमंत सोरेन ले सके। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने धनबाद की सड़कों पर 60प करोड़, पेयजल योजना पर 1572 करोड़ खर्च किये थे। 30 हज़ार प्रधानमंत्री आवास और एक लाख लोगों को आयुष्मान का लाभ मिला था।
भाजपा ने दी आंदोलनकारियों व स्वतंत्रता सेनानियों को सच्ची श्रद्धांजलि उन्होंने कहा कि शिबू सोरेन के साथ बिनोद बिहारी महतो और एके राय का भी झारखंड निर्माण में उतना ही योगदान था। लेकिन शिबू सोरेन परिवार के हाथ सत्ता आई। बाकी आंदोलनकारियों को सरकार ने सम्मान नहीं दिया। उनकी सरकार ने बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय बनाकर विनोद बाबू और निर्मल महतो को पीएमसीएच का नाम परिवर्तन कर सम्मान दिया।भाजपा की केंद्र सरकार ने देश में 3 हज़ार स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मान देने का काम किया है।आक्रोश प्रदर्शन को लेकर दोपहर 1:17 से रणधीर वर्मा चौक पर कार्यकर्ताओं का जुटान शुरू हुआ। बाघमारा विधायक ढुलू महतो, सिंदरी विधायक इंद्रजीत महतो की पत्नी तारा महतो, रागिनी सिंह और अंत में धनबाद विधायक राज सिन्हा जुलूस के साथ पहुँचे। 1:36 बजे पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और मांडू विधायक जयप्रकाश पटेल पहुँचे। धरनास्थल के समीप पहुंचते के तुरंत बाद रघुवर दास ने भाषण देना शुरू कर दिया। लगभग 20 मिनट संबोधित किया। संबोधन के तुरंत बाद वे सर्किट हाउस के लिए निकल गए। थोड़ी देर में रणधीर वर्मा चौक भी खाली हो गया। जिले के सभी 6 विधानसभा का कार्यक्रम होने की वजह से आक्रोश प्रदर्शन में भारी भीड़ जुटने की संभावना थी ? लेकिन उम्मीद के मुताबिक भीड़ नहीं जुट पाई । बाघमारा विधायक ढुलू महतो दी मात्र दो से 300 समर्थकों के साथ पहुंचे। वहीं भीड़ जुटाने में धनबाद विधायक राज सेना और रागिनी सिंह का प्रदर्शन थोड़ा बेहतर रहा। हालांकि एक समय रणधीर वर्मा चौक पूरी तरह से जाम हो गया। लेकिन नेताओं ने समझदारी दिखाते हुए सभी को वापस भेज दिया। जिसकी वजह से चौक पूरी तरह जाम नहीं हुआ और अफरा-तफरी का माहौल नहीं बना। प्रदर्शन में जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह, जिला ग्रामीण अध्यक्ष ज्ञानरंजन सिन्हा, पूर्व विधायक कुंती सिंह, पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल, संजय झा, मानस प्रसून, अमलेश सिंह, मुक्कू मालाकार, मिल्टन पार्थसारथी, रूपेश सिन्हा समेत सैकड़ों शामिल थे।