संजय श्रीवास्तव

आरा। जनसंघ के दसवें राष्ट्रीय अध्यक्ष और विचारक पं दीनदयाल उपाध्याय और रामराज्य परिषद् के संस्थापक धर्मसम्राट् स्वामी करपात्री जी महाराज की पुण्यतिथि पर अखिल भारतीय जनसंघ के तत्त्वावधान में फ्रेंड्स कॉलोनी कार्यालय में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जनसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य भारतभूषण पाण्डेय ने कहा कि स्वामी करपात्री जी महाराज ने विश्व के समस्त प्रचलित विचारों का परिमार्जन कर सनातन वैदिक आर्ष सर्व हितप्रद धर्म नियंत्रित पक्षपात विहीन शोषण मुक्त शासन तंत्र का सिद्धांत रामराज्य का प्रचार किया।पं दीनदयाल उपाध्याय जी महान् विचारक और महान् संगठक थे। भारतीय जनसंघ के सशक्त संगठन तंत्र को खड़ा करने के साथ-साथ उन्होंने राष्ट्रधर्म, पाञ्चजन्य, ऑर्गेनाइजर आदि पत्रों का संपादन किया तथा एकात्म मानववाद के रूप में विश्व को भारतीय राजनीति और चिंतन का नवनीत प्रदान किया। आचार्य पाण्डेय ने कहा कि स्वामी करपात्री जी और दीनदयाल जी के आदर्शों के अनुरूप समाज रचना जनसंघ का उद्देश्य है। विशिष्ट वक्ता प्रो नन्दजी दूबे ने कहा कि दोनों महापुरुषों के अवदान का स्मरण ही भारतीय राजनीति को पवित्र प्रेरणा प्रदान करता रहेगा और विश्व शांति का मार्ग प्रशस्त करेगा। स्वागत जिलाध्यक्ष मधेश्वर नाथ पाण्डेय, संचालन शिवदास सिंह और धन्यवाद ज्ञापन सत्येन्द्र नारायण सिंह ने किया। इस अवसर पर डॉ सत्यनारायण उपाध्याय, विश्वनाथ दूबे, नर्मदेश्वर उपाध्याय,धन जी दूबे, त्रिलोकी नाथ, ध्रुव कुमार सिंह, महेंद्र पांडेय आदि प्रमुख सदस्यों ने दोनों महापुरुषों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

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