विजय शंकर
पटना । आम आदमी पार्टी,बिहार के मुख्यप्रवक्ता डॉ शशिकान्त ने बिहार सरकार के कार्यप्रणालियों पर तीखा प्रहार करते हुए कहा है कि फ़र्जी सरकार ही फ़र्जी काम कर सकती है। उन्होंने कहा कि सरकार बर्षों से बहाल शिक्षकों से सेवा ले रही है और अब येन केन प्रकारेण शिक्षकों की छंटनी करना चाहती है,जो गलत है। उन्होंने कहा कि जिस समय कागजातों का जाँच पड़ताल होना चाहिए था,उस समय सरकार अपने पदाधिकारियों के माध्यम से पैसे बसूली का खेल खेल रही थी। उन्होंने कहा कि फ़र्जी डिग्री पर बहाल लगभग 90 हजार से भी अधिक शिक्षक पाक साफ़ हैं। उन्होंने कहा कि सेवा लेने के उपरांत उन्हें पद से हटाना और उनसे राशि बसूलना कहीं से भी न्यायसंगत नहीं लगता ।
उन्होंने बिहार सरकार से मांग की है कि दंड के भागी शिक्षक नहीं बल्कि इस खेल में संलिप्त हजारों बिहार सरकार के कर्मचारी और पदाधिकारी हैं। अगर सरकार सचमुच न्याय करना चाहती है तो शिक्षकों को दंडित करने के बजाय अपने कर्मचारियों और पदाधिकारियों को दंडित करे ।
उन्होंने सरकार पर आरोप मढ़ते हुए कहा है कि नीतीश बाबू की सरकार ही ख़ुद सेटिंग गेटिंग की है और इसका काम ही सेटिंग गेटिंग का रह गया है । उन्होंने आगे कहा कि बिहार में ऐसी कोई नियुक्ति नहीं जिसमें फर्जीबाड़ा न हुआ हो । ऐसी निर्लज्ज और अकर्मण्य सरकार को पद पर बने रहने का अधिकार नहीं ।