जम्मू ब्यूरो
जम्मू ; केंद्रीय इस्पात मंत्री,राम चंद्र प्रसाद सिंह ने जम्मू और कश्मीर में दो दिवसीय सार्वजनिक आउटरीच कार्यक्रम के दौरान कल जम्मू में एक इस्पात उपभोक्ता बैठक को संबोधित किया। बैठक को संबोधित करते हुए, मंत्रीजी ने कहा कि स्टील आर्थिक विकास के लिए अपरिहार्य धातु है, जो निर्माण, बुनियादी ढांचे, रक्षा, ऑटोमोबाइल, इंजीनियरिंग, पैकेजिंग आदि जैसे उद्योगों के लिए एक महत्वपूर्ण इनपुट सामग्री है। उन्होंने आश्वासन दिया कि कई नई सड़क और रेल परियोजनाओं के पूर्ण होने पर उद्योग तेजी से बढेगा और इस्पात मंत्रालय की इस्पात कंपनियां आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी ।
माननीय मंत्रीजी ने जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा अपने प्राकृतिक संसाधनों और मेहनती जनशक्ति पर ध्यान केंद्रित करते हुए इस क्षेत्र को एक निवेश केंद्र के रूप में पेश करने में की गई पहल की सराहना की। श्री सिंह ने जम्मू-कश्मीर में स्वास्थ्य सेवा में सुधार के लिए एम्स, मेडिकल कॉलेजों, नर्सिंग कॉलेजों आदि के निर्माण के साथ-साथ, बिजली की कमी को दूर करने के लिए विभिन्न जल विद्युत परियोजनाओं के निर्माण पर ध्यान देने की भी सराहना की, जिससे क्षेत्र में स्टील की खपत बड़े पैमाने पर बढाने के अवसर भी पैदा हुए हैं। उन्होंने कहा कि लेह हवाई अड्डे का आधुनिकीकरण और विस्तार एक सराहनीय कदम है।
अध्यक्ष स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) श्रीमती सोमा मंडल ने राष्ट्रीय महत्व की विभिन्न रणनीतिक परियोजनाओं को सूचीबद्ध किया, जिन्हें इस क्षेत्र में निष्पादित किया गया है, जिसमें ज़ोजिला सुरंग, जम्मू और कश्मीर में काजीगुंड और बनिहाल को जोड़ने वाली 8.5 किलोमीटर की ऑल-वेदर हाई-टेक सुरंग, अंजीखड केबल-स्टे ब्रिज और पाकुल दुल हाइड्रोइलेक्ट्रिक शामिल हैं।
संयुक्त सचिव, इस्पात मंत्रालय, श्री पुनीत कंसल ने सरकार के लिए जम्मू और कश्मीर और लद्दाख क्षेत्रों के महत्व को दोहराया और उद्योग और केंद्र शासित प्रदेशों में परियोजनाओं के लिए इस्पात की बेहतर उपलब्धता की सुविधा के लिए इस्पात मंत्रालय से पूरी मदद का आश्वासन दिया।
बैठक का आयोजन स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड, सेल द्वारा किया गया था और इसमें जम्मू और कश्मीर सरकार, एसएसआईसी, प्रमुख परियोजनाओं, एमएसएमई और केंद्र शासित प्रदेश के विभिन्न हिस्सों के डीलरों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया था।