जेल से रिहा होने के बाद पप्पू यादव ने राजनीतिक दलों पर लगाये कई गंभीर आरोप, कहा-सिर्फ सत्ता की राजनीति हो रही है
सत्ता से गठबंधन करने वाले आरोपी अपराधी मंत्री-विधायक खुलेआम घूम रहे
बिहार ब्यूरो
पटना । जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने जेल से रिहा होने के बाद पत्रकारों से कहा कि सबूत नहीं रहने के कारण है सरकार , पुलिस उनके खिलाफ कोई मजबूत केस नहीं दे सकी । कोई साक्ष्य भी नहीं था उनको सिर्फ फंसाने के लिए ही गिरफ्तार कराया गया था।सबूत नहीं रहने के कारण ही अदालत ने उनको बरी किया है।
उन्होंने कहा कि 5 महीना जेल में उन्होंने नर्क सी जिंदगी बिताई है ,लेकिन जनता के लिए सेवा और संघर्ष का काम जारी रहेगा।
उन्होंने सरकार के कामकाज पर कई गंभीर सवाल भी उठाए और कई गंभीर आरोप भी लगाए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के दोनों हाथ में लड्डू है । वह सभी विपक्षी दलों को अपने घुटनों के नीचे ले आई है । सभी विपक्षी दलों का भाजपा से गठबंधन हो गया है । सत्ता पक्ष और विपक्ष के तालमेल में जनता पिस रही है। इसके कारण गंभीर अपराध के आरोपी राजनेता खुलेआम घूम रहे हैं, क्योंकि उन्होंने सत्ता से हाथ मिला लिया। सभी आरोपित मंत्री और विधायक घूम रहे हैं। जबकि वह निर्दोष हैं लेकिन सत्ता के आगे घुटने नहीं टेके थे ,इसलिए उनको गिरफ्तार कराया गया।
उन्होंने कहा कि किसान, मजदूर, बेरोजगारी महंगाई ,जातीय जनगणना आदि की कोई चर्चा नहीं हो रही है। सिर्फ खास जाति और धर्म वालों को निशाना बनाया जा रहा है । बिहार सरकार भी मनमानी काम कर रही है। जाति, धर्म ,हिंदू , मुसलमान इसी में समाज को बांट कर विभाजित किया जा रहा है। जो बेहद दुखद है ।
उन्होंने कहा कि रिहा होने के बाद भी वह जन सरोकारों के मुद्दों को नहीं छोड़ेंगे और जनसेवा का कार्य पूर्व जारी रहेगा। उन्होंने तारापुर और कुशेश्वरस्थान में होने वाले उपचुनाव की चर्चा पर कहा कि अभी उनका ध्यान इस ओर नहीं है । वह पार्टी के अन्य नेताओं से इस संबंध में विचार विमर्श करेंगे। लेकिन सबसे पहले वह मधेपुरा, पूर्णिया, सहरसा आदि इलाकों में अपने मित्रों और समर्थकों से भेंट करेंगे, परिवार जनों से मिलेंगे और बातचीत के बाद ही अगला कदम तय किया जाएगा। कार्यक्रम का सचालन प्रदेश अध्यक्ष राघवेन्द्र सिंह ने किया जबकि मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अख़लाक़ अहमद ने भी संबोधित किया । कार्यक्रम में अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष हरेराम महतो , राजू दानवीर , राजेश रंजन उर्फ़ पप्पू , गौतम आनंद , रघुपति प्रसाद आदि मौजूद थे 1