Vijay shankar
Patna ।जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व विधान पार्षद प्रो. रणवीर नंदन ने कहा कि बिहार जैसे प्रदेश में गंगा नदी को वरदान के रूप में स्थापित करने में माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महती भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि गंगा नदी हमेशा से बिहार से बहती रही हैं, लेकिन उनको लेकर विशेष कार्यक्रम अब तक तैयार नहीं किए जा सके। माननीय मुख्यमंत्री ने इस दिशा में कार्य किया और उसके परिणाम अब दिखने लगे हैं। माननीय मुख्यमंत्री ने जल स्रोतों को संरक्षित करने के लिए कार्यक्रम तैयार किए। जल जीवन हरियाली मिशन के तहत कार्यक्रम चला। इसमें प्रदेशभर के जलाशयों को संरक्षित और संवर्धित करने की योजना बनी। कार्य किए गए। प्रदेश के प्राकृतिक संसाधनों को विकसित करने में यह एक बड़ा कार्यक्रम बनकर उभरा है।
प्रो. रणवीर नंदन ने कहा कि प्रदेश के सबसे महत्वपूर्ण जल स्रोतों में गंगा नदी का स्थान सबसे आगे है माननीय मुख्यमंत्री ने प्रदेश की सत्ता संभालने के बाद से ही इस नदी के पानी को लोगों के बीच पहुंचाने की योजना तैयार की थी अब उसको जमीन पर उतारने में सहायता मिली है उन्होंने कहा कि प्रदेश में जल स्रोतों का आवंटन बिल्कुल अलग- अलग है। उत्तर बिहार जहां बाढ़ की चपेट में रहता है, वहीं दक्षिण बिहार सुखार से ग्रस्त होता है। इस स्थिति से निपटने के लिए माननीय मुख्यमंत्री ने गंगा नदी के पानी को गया, बोधगया और राजगीर के घरों तक पहुंचाने की योजना बनाई और इस पर काम शुरू हुआ। जल्द ही इन इलाकों के लोगों को सालों भर पीने योग्य पानी की आपूर्ति की जाएगी।
डॉ. नंदन ने कहा कि गंगा जल आपूर्ति की योजना का लोकार्पण हो गया है। राजगीर के 19 वार्डों के 80 सौ 3100 में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जाएगी। बोधगया के 80 हजार घरों में पेयजल आपूर्ति होगी। गंगाजल को लिफ्ट करने के लिए 151 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाई गई है और यह लोगों को बड़ी सहूलियत देने वाली है। इन जिलों के अलावा पटना शहर को भी 2024 तक गंगा वाटर प्रोजेक्ट से जोड़ने की योजना बनाई गई है। गंगाजल के बेहतर उपयोग से भूगर्भ जल को संरक्षित रखने में मदद मिलेगी।
डॉ. नंदन ने ने कहा कि गंगा नदी को संरक्षित और संवर्धित करने की भी योजना बिहार में बेहतरीन तरीके से चली है। गंगा नदी में गंदे पानी के बहाव को रोकने के लिए सभी तटीय शहरों को सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट से लैस करने की योजना पर तेजी से काम किया गया है। योजनाओं को सही तरीके से पूरा कराने में सरकार ने पूर्ण सहयोग दिया है। इसके अलावा गंगा नदी के गाद को हटाने के लिए भी कार्यक्रम लगातार चले हैं। फरक्का बांध को लेकर सीएम नीतीश कुमार के अस्तर से लगातार प्रयास होते रहे हैं।