नवराष्ट्र मीडिया ब्यूरो
रांची : यूनिसेफ के सहयोग से पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा चयनित ISAs से 2 जिला स्तरीय समन्वयक/प्रतिनिधि एवं जिन प्रमंडलों/जिलों में जिला समन्वयक (JJM/SBM-G) की नियुक्ति हो गयी है, वहाँ से एक जिला समन्वयक तथा जिन प्रमंडलों/जिलों में जिला समन्वयक की नियुक्ति नहीं हुई है, वहाँ से एक सहायक अभियंता अथवा कनीय अभियंता को Master Trainer बनाने हेतु दिनांक-07 जून से 09 जून 2022 तक राज्य स्तरीय 3 दिवसीय आवासीय ToT प्रशिक्षण का आयोजन विश्वा सभागार, काँके, राँची में 10.00 बजे पूर्वाहन से किया गया।
प्रशिक्षण का शुभारंभ आज 07 जून 2022 को कांके स्थित, विश्वा सभागार, राँची में संजय कुमार झा, मुख्य अभियंता, पी.एम.यू.; प्रणब कुमार पॉल, अवर सचिव, पी.एम.यू., पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, झारखण्ड सरकार; डॉ. लक्ष्मी सक्सेना, जल एवं स्वच्छता पदाधिकारी, यूनिसेफ एवं श्री अजित कुमार सिंह, निदेशक विश्वा के द्वारा किया गया। इस प्रशिक्षण में कुल 55 प्रतिभागियों के द्वारा भाग लिया जा रहा है। इसके अलावे राज्य स्तर के सभी परामर्शी/समन्वयकों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के शुरूआत में आगंतुको का स्वागत निर्देशक विश्वा द्वारा करते हुए दीप प्रज्ज्वलित कर इस प्रशिक्षण का शुभांरभ किया गया।
मुख्य अभियंता द्वारा सभी प्रतिभागियों को संबोधित किया गया। उनके द्वारा अपने संबोधन में ISAs की महत्ता को बताते हुए कहा गया कि समुदाय को जल एवं स्वच्छता के क्षेत्र में जागरूक करने हेतु ISAs की भुमिका अहम है। मुख्य अभियंता द्वारा कहा गया कि यह प्रशिक्षण ISAs के लिए क्षमतावर्धन का कार्य करेगा। उनके द्वारा अपने अनुभव को साझा करते हुए सभी ISAs को निदेश किया गया कि जल जनित बीमारियों के रोकथाम हेतु जल गुणवत्ता परीक्षण के लिए समुदाय को जागरूक करें, ताकि आम जनो का जीवन में सार्थक सुधार आ सके।
अवर सचिव द्वारा सभी प्रतिभागियों को झार-जल मोबाईल एप्प के बारे में विस्तृत जानकारी दिया गया। उनके द्वारा झार-जल मोबाईल एप्प से चापाकल, एकल ग्रामीण जल आपूर्ति योजना का सर्वेक्षण; जलसहिया द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण; IEC गतिविधियों का मोबाईल एप्प में इन्ट्री; प्लम्बर, बिजली मिस्त्री, पम्प ऑपरेटर का प्रशिक्षण की विस्तृत जानकारी को मोबाईल एप्प में इन्ट्री करने हेतु सभी मॉड्यूल की जानकारी दी गई।
जल एवं स्वच्छता पदाधिकारी, युनिसेफ द्वारा इस प्रशिक्षण के उद्देश्य के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए जल जीवन मिशन में समुदाय की सहभागिता को अहम बताया तथा ISAs को कार्यक्रम के क्रियान्वयन में एक महत्वपूर्ण कड़ी कहकर संबोधित किया। समुदाय में जल एवं स्वच्छता के सभी महत्वपूर्ण घटकों के बारे में जागरूकता, कार्ययोजना बनाकर कार्य करना, IEC के द्वारा निरंतर व्यवहार परिवर्तन पर कार्य करना आवश्यक बतया।
शुभांरभ कार्यक्रम के बाद तकनीकी सत्र संचालन पूणे, महाराष्ट्र से आए प्रायमोव संस्था के प्रशिक्षको द्वारा किया गया। यह प्रशिक्षण अगले दो दिनों तक चलेगा जिसमें दिनांक 8.6.2022 को प्रतिभागियों द्वारा क्षेत्र भ्रमण किया जाना है।