अमेरिका, रूस का तालिबानी सरकार को मान्यता देने से इंकार, भारत भी मान्यता देने के पक्ष में नहीं
प्रधानमंत्री बने मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद, पहला उप-प्रधानमंत्री : मुल्ला बरादर और दूसरा उप-प्रधानमंत्री : अब्दुल सलाम हनाफी
नेशनल डेस्क
काबुल /नई दिल्ली : अफगानिस्तान में तालिबान ने काबुल पर कब्जा करने के करीब 21 दिनों के बाद मंगलवार शाम को अंतरिम सरकार के गठन की घोषणा कर दी । बनी सरकार में जितना बड़ा आतंकी, उतनी बड़ी कुर्सी-पद दिए गए हैं । समूह के पुराने चेहरों को जगह दी गई है । नई सरकार में 33 मंत्रियों को शामिल किया गया है। मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद को अफगानिस्तान का प्रधानमंत्री बनाया गया है। मुल्ला बरादर और मौलवी हन्नाफी को उप प्रधानमंत्री बनाया गया है। तालिबान के प्रमुख शेख हिब्दुल्लाह अखुंदजादा सुप्रीम लीडर होंगे । तालिबान के कैबिनेट में ऐसे लोगों को भी जगह दी गई है, जो अमेरिका का मोस्ट वांटेड आतंकी है। अमेरिका, रूस ने तालिबानी सरकार को मान्यता देने से इंकार कर दिया है जबकि भारत भी तालिबानियों को मान्यता देने के पक्ष में नहीं है । मगर तालिबानियों को कुर्सी तक पहुँचाने वाले पाकिस्तान व चीन ने इसकी औपचारिक घोषणा नहीं की है ।
उल्लेखनीय है कि तालिबानियों ने अफगान फतह के बाद पिछले शुक्रवार को ही मंत्रिमंडल बनाने की घोषणा की ठी मगर लगातार पंजशीर में चल रहे युद्ध के कारण और फिर कुर्सी को लेकर नाम फ़ाइनल नहीं होने पर और हुए आतंरिक खुनी विवाद के चलते मामला टल गया था । इसके बाद पाकिस्तान ने आईएसआई के प्रमुख को काबुल भेजा और सरकार बनवाने की नए सिरे से पहल की जिसके बाद तालिबानियों की सरकार गठन को अंतिम रूप दे दिया ।
सरकार में अमेरिका नीत गठबंधन और अफगान सरकार के सहयोगियों के खिलाफ 20 साल तक चली जंग में दबदबा रखने वाली तालिबान की शीर्ष हस्तियों को शामिल किया गया है। इस सरकार में गैर-तालिबानियों को जगह दिए जाने की कोई जानकारी नहीं मिली है। बता दें कि तालिबान के पिछले शासन के अंतिम वर्षों में मुल्ला हसन अखुंद ने अंतरिम प्रधानमंत्री के तौर पर काबुल में तालिबान की सरकार का नेतृत्व किया था।
बरादर ने अमेरिका के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किये थे, जिसके तहत अमेरिका पूरी तरह अफगानिस्तान से बाहर निकल गया था। वहीं, हक्कानी नेटवर्क के सिराज हक्कानी को भी गृह मंत्रालय दिया गया है। सिराज हक्कानी अमेरिका का मोस्ट वांटेड आतंकी है। इसके अलावा, मुल्ला याकूब को रक्षा मंत्री बनाया गया है। खैरउल्लाह खैरख्वा को सूचना मंत्री का पद दिया गया है। अब्दुल हकीम को न्याय मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई। शेर अब्बास स्टानिकजई को डिप्टी विदेश मंत्री बनाया गया है। वहीं जबीहुल्लाह मुजाहिद को सूचना मंत्रालय में डिप्टी मंत्री की कमान दी गई है।
देखें कौन बना पीएम , किसे मिला कौन सा मंत्रालय
-प्रधानमंत्री : मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद
-पहला उप-प्रधानमंत्री : मुल्ला बरादर
-दूसरा उप-प्रधानमंत्री : अब्दुल सलाम हनाफी
-कार्यवाहक गृहमंत्री : सिराजुद्दीन हक्कानी
-कार्यवाहक रक्षा मंत्री : मुल्ला याकूब
-कार्यवाहक वित्त मंत्री : मुल्ला हिदायतुल्ला बदरी
-कार्यवाहक विदेश मंत्री : मावलावी आमिर खान मुतक्की
-कार्यवाहक शिक्षा मंत्री : मावलावी नूरुल्ला मुनीर
-कार्यवाहक न्याय मंत्री : अब्दुल हकीम शरीय
-कार्यवाहक उच्च शिक्षा मंत्री : अब्दुल बाकी हक्कानी
-कार्यवाहक ग्रामीण पुनरुद्धार एवं विकास मंत्री : मुल्ला मोहम्मद यूनुस अखुंदजादा
-शरणार्थी मामलों के कार्यवाहक मंत्री : खलीलउर्हमान हक्कानी
-कार्यवाहक लोक कल्याण मंत्री : मुल्ला अब्दुल मनन ओमारी
-कार्यवाहक दूरसंचार मंत्री : नजीबुल्ला हक्कानी
-कार्यवाहक पेट्रोलियम एवं खनन मंत्री : मुल्ला मोहम्मद एसा अखुंद
-कार्यवाहक जल एवं ऊर्जा मंत्री : मुल्ला अब्दुल लतीफ मंसूर
-कार्यवाहक नागरिक उड्डयन एवं परिवहन मंत्री : हमीदुल्लाह अखुंदजादा
-कार्यवाहक सूचना एवं संस्कृति मंत्री : मुल्ला खैरुल्लाह खैरख्वाह
-कार्यवाहक उद्योग मंत्री : कारी दिन हनीफ
-कार्यवाहक हज मंत्री : मावलावी नूर मोहम्मद साकिब
-सीमा एवं आदिवासी मामलों के कार्यवाहक मंत्री : नूरउल्लाह नूरी
-उप विदेश मंत्री : शेर मोहम्मद स्टेनेकजई
-उप रक्षा मंत्री : मुल्ला मोहम्मद फाजिल
-उप गृहमंत्री : मावलावी नूर जलाल
-उप सूचना एवं संस्कृति मंत्री : जबीउल्लाह मुजाहिद
-चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ : कारी फसीहुद्दीन
-सेना प्रमुख : मुल्ला फजल अखुंद
-खुफिया विभाग के कार्यवाहक निदेशक : अब्दुल हक वासिक
-खुफिया विभाग का उपप्रमुख : मुल्ला तजमीर जावद
-खुफिया विभाग का प्रशासनिक उपप्रमुख : मुल्ला रहमतुल्ला नजीब
-केंद्रीय बैंक के कार्यवाहक निदेशक : हाजी मोहम्मद इदरिस
-राष्ट्रपति के प्रशासनिक कार्यालय के कार्यवाहक निदेशक : अहमद जान अहमदी
-दावत-उ-इरशाद के कार्यवाहक मंत्री : शेख मोहम्मद खालिद
-आंतरिक मादक पदार्थ निरोध मामलों का उपमंत्री : मुल्ला अब्दुलहक अखुंद
तालिबान मंत्रिमंडल में शामिल नेताओं के कद
प्रधानमंत्री : मुल्ला हसन अखुंद
मुल्ला हसन अखुंद तालिबान के शुरुआती स्थल कंधार से ताल्लुक रखते हैं और सशस्त्र आंदोलन के संस्थापकों में से हैं। उन्होंने ‘रहबरी शूरा’ के प्रमुख के रूप में 20 साल तक काम किया और मुल्ला हेबतुल्लाह अखुंदजादा के करीब माने जाते हैं। उन्होंने 1996 से 2001 तक अफगानिस्तान में तालिबान की पिछली सरकार के दौरान विदेश मंत्री और उप प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया था।
जाने प्रधानमंत्री व अन्य मंत्रियों का ब्यौरा
उप प्रधानमंत्री: मुल्ला बरादर
मुल्ला बरादर तालिबान के संस्थापकों में से एक है। 1994 में तालिबान के गठन में वह भी शामिल था। 1996 से 2001 तक जब तालिबान ने अफगानिस्तान पर राज किया, तब मुल्ला बरादर ने अहम भूमिका निभाई थी।
गृह मंत्री – सिराजुद्दीन हक्कानी
हक्कानी नेटवर्क के प्रमुख और सोवियत विरोधी क्षत्रप जलालुद्दीन हक्कानी के बेटे सिराजुद्दीन हक्कानी को गृह मंत्रालय का कार्यभार मिला है। सिराजुद्दीन हक्कानी का नाम वैश्विक स्तर के आतंकवादियों की सूची में हैं। अमेरिका ने उसके बारे में सूचना पर 50 लाख डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है।
रक्षा मंत्री – मौलवी मोहम्मद याकूब
तालिबान के संस्थापक मुल्ला मोहम्मद उमर के बेटे मुल्ला याकूब नए रक्षा मंत्री होंगे। याकूब, मुल्ला हेबतुल्ला के छात्र थे, जिसने पूर्व में उन्हें तालिबान के शक्तिशाली सैन्य आयोग के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया था।
विदेश मंत्री : आमिर खान मुतक्की
मूल रूप से पक्तिया का रहने वाला मुतक्की खुद को हेलमंद का रहने वाला बताता है। मुतक्की ने पिछली तालिबान सरकार में शिक्षा मंत्री के साथ-साथ संस्कृति और सूचना मंत्री कार्यभार संभाला था। मुतक्की को बाद में कतर भेजा गया। उन्हें शांति आयोग और वार्ता दल का सदस्य नियुक्त किया गया। उन्होंने अमेरिका के साथ बातचीत की।
उप सूचना मंत्री : जबीहुल्लाह मुजाहिद
तालिबान के लंबे समय के प्रवक्ता मुजाहिद एक दशक से अधिक समय से समूह की गतिविधियों की जानकारी देते थे। वह नियमित रूप से अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से विवरण पोस्ट करते हैं। पिछले महीने काबुल के पर कब्जा करने के बाद उनकी भी पहली तस्वीर दुनिया के सामने आई।