नए मुख्यमंत्री को चुनने के लिए कवायद शुरू , जायेंगे धर्मेन्द्र प्रधान 

कर्नाटक ब्यूरो 

बेंगलुरू (कर्नाटक) : कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने आज सोमवार को पद से अपना इस्तीफा राज्यपाल थावरचंद गहलोत को सौंप दिया है । कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत ने सीएम बीएस येदियुरप्पा का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और उनसे अगले सीएम के शपथ लेने तक कार्यवाहक सीएम बने रहने को कहा है । येदियुरप्‍पा ने कहा, कि उनका त्याग पत्र स्वीकार कर लिया गया है । उनकी सरकार ने सफल दो वर्ष पुरे कर लिए हैं । इधर भाजपा जल्द ही कर्नाटक में पर्यवेक्षक भेजेगी जिसका चयन भी कर लिया गया है । सीएम पद के लिए अगले चेहरे पर चर्चा भी भाजपा ने शुरू कर दी है । येदियुरप्पा के उत्तराधिकारी के चयन की कवायद शुरू कर दी है और आज ही अमित शाह और जेपी नड्डा ने बैठक भी की है ।
जानकारी के मुताबिक इसी सिलसिले में सोमवार को संसद भवन परिसर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने एक बैठक की और इस मुद्दे पर आरंभिक चर्चा की । भाजपा अपने दो केंद्रीय पर्यवेक्षकों के नाम तय कर लिए हैं जिसमें एक नाम धर्मेन्द्र प्रधान का है । दोनों केंद्रीय पर्यवेक्षक बेंगलुरु जाएंगे और वहां विधायक दल की बैठक में शिरकत करेंगे जहां नए नेता का नाम तय किया जाएगा ।
उल्लेखनीय है कि येदियुरप्पा कर्नाटक के प्रभावशाली लिंगायत समुदाय से आते हैं । ऐसी चर्चा है कि लिंगायत समुदाय के ही किसी प्रभावशाली नेता को मुख्यमंत्री पद की कमान सौंपने पर भाजपा में विचार चल रहा है । पहला नाम कर्नाटक के गृह मंत्री बी आर बोम्मई का है जिनके पिता भी कभी मुख्यमंत्री रहे हैं । दूसरा नाम लिंगायत समुदाय के मुर्गेश निरानी का चल रहा है जिनके पास अकूत संपत्ति है और कई चीनी मिलें इनकी प्रदेश में हैं । इसके अलावे तीसरा नाम प्रहलाद जोशी का भी है मगर इनकी सम्भावना काफी कम है ।

येदियुरप्पा ने आज ही मुख्यमंत्री के रूप में अपने दो साल का कार्यकाल पूरा किया । इस अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने अपने इस्तीफे की घोषणा की । पिछले दिनों जब वे दिल्ली गए थे तभी उन्हें बता दिया गया था कि 25 जुलाई तक आपकी सरकार रहेगी और 26 जुलाई को इस्तीफा दे देना है । अलाकमान के निर्देशों का पालन करते हुए उन्होंने इस्तीफा दे दिया है ।

सीएम पद के लिए लॉबिंग नहीं, पार्टी का आदेश मानेंगे : निरानी
तीन बार से विधायक और एमआरएन समूह के मालिक निरानी ने सीएम पद के लिए लॉबिंग करने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि वह पार्टी के आम कार्यकर्ता है और पार्टी के निर्देशों का पालन करना उनका कर्तव्य है। साथ ही कहा कि भाजपा एक अनुशासित पार्टी है और दूसरे दलों की तरह यहां पदों के लिए लॉबिंग काम नहीं आती है। उन्होंने कहा कि अभी येदियुरप्पा को हटाने के लिए कोई निर्देश नहीं है। वह अभी हमारे नेता हैं और हम सभी उनके साथ हैं। पार्टी का शीर्ष नेतृत्व सीएम पद के लिए फैसला लेगा और हम सब इसका पालन करेंगे। कुछ दिनों पहले ही उन्होंने दिल्ली का दौरा किया था और अपनी इस यात्रा को उन्होंने सफल करार दिया था। उन्होंने कहा कि जिंदगी में किसी भी पद के लिए लॉबिंग नहीं की। पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी, उसे निभाऊंगा। उन्होंने कहा कि न केवल वह बल्कि पार्टी के सभी 120 विधायक मुख्यमंत्री बनने की योग्यता रखते हैं। वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन करने से उनके सीएम बनाए जाने की अटकलें तेज हो गई हैं।

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