सुबोध,
किशनगंज 15 सितम्बर ।ग्राम पंचायत चकला प्रखंड किशनगंज में नवस्थापित प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन इकाई(पीडब्लूएमयू) का डीएम श्रीकांत शास्त्री और एसपी डॉ इनाम उल हक़ के द्वारा विधिवत् उद्धाटन किया गया। इस अवसर पर डीडीसी स्पर्श गुप्ता सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे। उद्घाटन समारोह में बड़ी संख्या में स्थानीय लोगो की मौजूदगी रही।
डीएम और एसपी समेत डीडीसी व अन्य पदाधिकारी ने लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान अंतर्गत “स्वच्छता ही सेवा” जन जागरूकता गतिविधि से संबंधित स्वच्छता संदेश दिया। आसमान में रंग बिरंगे गुब्बारे उड़ा कर स्वच्छता संदेश देते हुए ।
मीडिया से रू ब रू हुए । डीएम ने मीडिया को संबोधित कर उपलब्धि को पर जानकारी दी और उन्होंने कहा कि प्लास्टिक अपशिष्ट इकाई प्रबंधन की व्यवस्था से बातावरण में प्रदुषण से भी राहत होगी।
डीएम श्रीशास्त्री ने कहा की प्रत्येक माह के तीसरे शुक्रवार को प्रेस ब्रीफ का आयोजन किया जायेगा। बिहार की 70 प्रतिशत आबादी गांव में रहती है,सरकार गांव की विकास पर जोड़ दिया है।जल नल योजना की शिकायत के 24 घंटे में दूर किया जायेगा।बिहार में जब से सात निश्चय योजना से गांवों में नाली,गली का पक्कीकरण कार्य किया है।पूरे सूबे में किशनगंज तीसरे स्थान पर है।जिले में स्किल्ड डिप्लेपमेंट के 22 यूनिट कार्य कर रहा है। जिले में पॉलीटेक्निक कॉलेज,आईटीआई महिला कॉलेज, इंजायरिंग कॉलेज,कृषि महाविद्यालय,पशु पालन महाविद्यालय,मत्स्य महाविद्यालय संचालित हो रहा है। जिले में 180 आयुष्मान केंद्र खोले गए है।पंचायतों में फंड की कोई कमी नहीं है।सिर्फ जागरूक होकर योजनाओं का लाभ लें।
मनरेगा के तहत अनुसूचित जनजाति की 07 और अनुसूचित जाति के 4 प्रतिशत है।मनरेगा में केवल 8 प्रतिशत जॉब कार्ड धारी कार्य कर रहे है। जिले में अनुसूचित जाति जन जाति के टोलो,गांव का चयन कर स्थानीय स्तर पर योजना लेकर कार्य किया जायेगा। 2800 योजनाएं चयन किया गया है। 81 पंचायत में कचरा अपशिष्ट इकाई स्थापित हो चुका है।
एसडीएम अमिताभ कुमार गुप्ता ने कहा कि सरकार स्वच्छता के प्रति बहुत गंभीर है यह पूरे सीमांचल में यह पहला प्रबंधन इकाई है।उन्होंने कहा अब ग्रामीणों क्षेत्रों में कचरा उठाव के लिए व्यवस्था किया गया है।पंचायत स्तर व्यवस्था की गई है। पर्यावरण के लिए प्लास्टिक बहुत नुकसान दायक है।पूरे जिले में तीन इकाई स्थापित किया जायेगा।
डीडीसी स्पर्श गुप्ता ने कहा कि प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन इकाई का शुभारंभ किया गया।आज जो जीवन शैली में बदलाव हुआ है ,शहरी क्षेत्र ही नही ग्रामीण क्षेत्र में भी प्लास्टिक का उपयोग हो रहा है।विभिन्न प्रकार से प्लास्टिक प्रबंधन से कई समान बनाकर इसे रोजगार के रूप में विकसित करना भी है। पीडब्लूएमयू के उद्देश्य को पूरा करने में जनभागीदारी से जरूरी है। स्वच्छता को लेकर हर घर घर में चर्चा होनी चाहिए ताकि समाज स्वच्छ बना रहे।लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट बहुत जरूरी है।पीएम आवास योजना में देश में प्रथम स्थान हासिल किया है।प्रथम फेज पर 100 लाभुक को प्रथम किस्त जारी किया गया है।एक ब्लॉक में 5 स्थानों पर शिविर लगाकर योजनाओं और स्थानीय समस्याओं का फीडबैक लिया जायेगा।

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