सुबोध,
किशनगंज 05 अक्टूबर ।बिहार के सीमावर्ती जिला किशनगज प्रखंड के टेऊसा पंचायत कैलास चौक स्थित दुर्गा मंदिर से निकली क्लशयात्रा को टेऊसा रोड बलीचुका मोड़ के पास एक विशेष समुदाय के द्वारा रोके जाने और उन समुदाय के लोगों के अभद्र व्यवहार से भड़की महिला क्लशयात्री। आक्रोशित महिलाओं ने कैलाश चौक स्थित दुर्गा मंदिर परिसर में रविवार को धरना पर बैठ गये और दोषी पर कड़ी कार्रवाई की मांग करने लगे। धरना में बैठे महिलाओं को भाजपा जिलाध्यक्ष सुशांत गोप ,भाजपा युवा मोर्चा के नेता अंकित कौशिक ,विश्व हिन्दु परिषद के नेता संजय सिंह ,मुकेश मल्लिक ,नीरज मिश्रा तथा आरएसएस के स्वयंसेवक मनीश ठाकुर सहित अन्य प्रमुख हिन्दू समाज के लोगों का भी साथ मिला। धरना पर बैठे भाजपा जिलाध्यक्ष सुशांत गोप ने कहा कि दोषी की गिरफ्तारी हो क्योंकि सार्वजनिक रास्ते पर सभी को आवागमन करने का अधिकार है। शेरशाहवादी समुदाय के मुहल्ले से गुजरने वाली क्लशयात्रा वहां के लोगों ने रास्ता रोककर मना किया और कहा कि रोज-रोज का ये पूजा-पाठ से हमलोग तंग आ चुके हैं। दुसरे रास्ते से जाने को कहा गया और महिला क्लश यात्री से अभद्रता से पेश भी आए हैं। इसलिए दोषी पर कार्रवाई होनी चाहिए।अन्यथा उस समाज के लोग आश्वस्त करें कि दोबारा ऐसी ग़लती नही होगी और दोषी व्यक्तियों से भरी समाज में महिलाओं से माफी भी मांगी जाए ।वही विहिप जिला मंत्री संजय सिंह ने कहा कि बंगाल के तर्ज पर अब किशनगंज जिले में इस क्षेत्र के बहुसंख्यक आबादी वाले यहां के जन -प्रतिनिधि संविधान की दुहाई देकर सेकुलर होने का राग अलापते हैं और दुसरी ओर हिन्दु समाज की महिला अपने गांव मुहल्ले में पूजा-पाठ के तहत क्लश यात्रा निकालते हैं तो उक्त समुदाय के लोगों के द्वारा हमारी मां बहनों की पूजा-अर्चना में बांधा उत्पन्न करते हैं। मैं पूछना चाहता हूं उन सेकुलर लोगों से जब यह देश सबका है तो सड़क भी सार्वजनिक है तो क्यों उस समुदाय के लोगों को क्लशयात्रा गुजरने पर आपत्ति होती है। उन्होंने कहा कि क्लशयात्रा को रोका गया और महिला क्लश यात्री के साथ अभ्रद व्यवहार भी किया है। जिसकी हमलोग घोर निन्दा करते हैं और सार्वजनिक सड़क पर क्लशयात्रा रोककर अभ्रद व्यवहार करना अपराध है। अतः आरोपियों पर प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग करता हूं ताकि पुनः ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो ।
वही मामले में क्लशयात्रा में शामिल महिलाओं में पिंकी देवी ने बताया कि हमलोग मां भगवती की पूजा के लिए कैलाश चौक दुर्गा मंदिर से शनिवार को क्लश लेकर देवीगाड़ा घाट से जल लाने निकले थे और रास्ते में बलीचुका मोड़ के करीब शेरशाहवादी मुहल्ले से गुजरने नहीं दिया गया और कहा कि रोज-रोज ये कौन- सा नौटंकी है दुसरे रास्ते से चले जाओं और इस रास्ते से नहीं जाने देंगें।हम जाने के लिए अड़े रहें तो हमलोगों के साथ अभ्रदता से पेश आया।
दो समुदाय के बीच बढ़ते विवाद को लेकर सदर थानाध्यक्ष सुमन कुमार सिंह दल बल के साथ मौके पर पहुंचें ।टेऊसा पंचायत पूर्व मुखिया सह पूर्व एआईएमआईएम विधायक एवं वर्तमान राजद जिलाध्यक्ष कमरूल हुदा भी उपस्थित रहकर दोनों पक्षों से बातचीत कर मामले को शांत कराने का प्रयास किया । जिसमें दोषी पक्षों के लोगों ने उपस्थित होकर धरना स्थल पर माफी मांगी। मगर धरना पर बैठे लोगों ने कहा यह बात लिखित में देना कि दोबारा ऐसी ग़लती की नहीं होगी।दोषी को सामने आकर माफी मांगने होगें अन्यथा दोषी की गिरफ्तारी हो । धरना में बैठे लोग प्रशासनिक फैसले से असंतुष्ट दीखें और तनाव पूर्ण स्थिति में धरना समाप्त हुआ।