सुबोध,
किशनगंज, 08 जून। बिहार के किशनगंज जिला मुख्यतः बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र है।कारण कि यह जिला नदियों से चहुंमुखी घिरे हैं ।इस के मद्देनजर जिलाधिकारी तुषार सिंगला के निदेशानुसार एडीएम अमरेंद्र कुमार पंकज के द्वारा समाहरणालय स्थित कार्यालय वेश्म में आपदा प्रबंधन की बैठक आहूत की गई।
इस बैठक में आपदा प्रबंधन की तैयारी से संबंधित सभी बिंदुओं पर विस्तार पूर्वक चर्चा हुई। जिसमें आपदा के समय में निपटने के लिए मोटरबोट, नवपॉलीथिन शीट, लाइफ जैकेट इत्यादि सामग्रियों की बाढ़ पूर्व उपलब्धता सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया।
उल्लेखनीय है कि किशनगंज जिला से मुख्यताः महानंदा नदी होकर गुजरती है तथा अन्य छोटी नदियां बारिश के मौसम में बाढ़ का विकराल रूप धारण कर लेती है । इसलिए यह आवश्यक होता है की संभावित बाढ़ से पूर्व सुरक्षित स्थल को चिन्हित कर लिया जाए तथा वहां के जनमानस के बाढ़ के समय में उसे स्थान तक पहुंचाने का इमरजेंसी प्लान तैयार कर लिया जाए और इसके लिए आवश्यक सभी सामग्रियां पूर्व से ही जुटा ली जाए।
बैठक में अपर समाहर्ता के द्वारा आपदा से राहत के लिए पूरे लिस्ट के डाटा को प्यूरिफिकेशन करने का तथा नए नाम को जरूरत के हिसाब से जोड़ने का निदेश दिया गया। सभी एससी/एसटी/गर्भवती महिलाओं/वृद्ध महिला/ दिव्यांग/बच्चें का डाटा का लिस्ट बनाने का निदेश दिया गया। सभी खातों को आधार से अपडेट करवाने का निदेश दिया गया। क्षेत्रवार वाट्स एप ग्रुप बनाने का निदेश दिया गया ताकि कम समय में ज्यादा से ज्यादा सूचना का आदान प्रदान किया जा सके। प्रशिक्षित गोताखोरों की सूची का सत्यापन करवाने का निदेश दिया गया ताकि बाढ़ के समय प्रशिक्षित गोताखोरों की सहायता लिया जा सके।
एडीएम के द्वारा सभी पदाधिकारी को निदेश दिया गया है कि मेजर चीजों के लिए लोकल सप्लाई को चिन्हित किया जाय ताकि राहत सामग्री ससमय आपूर्ति किया जा सके। एडीएम के द्वारा सभी बाढ़ आश्रय स्थल को 15 जून तक हस्तांतरित करने का निदेश दिया गया।
अपर समाहर्ता द्वारा पॉलीथिन शीट एवं नाव की उपलब्धता सुनिश्चित करने एवम् नदी तटबंधों की सुरक्षा एवं गश्ती की व्यवस्था करने का निदेश दिया गया। उन्होंने जिला आपातकालीन संचालन केंद्र 24 X 7 पैटर्न पर संचालित करने का निदेश दिया गया
बैठक में एडीएम (आपदा)अमरेंद्र कुमार पंकज के साथ प्रभारी पदाधिकारी (आपदा) सुनीता कुमारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी एवम् अन्य पदाधिकारी/कर्मी उपस्थित थे।