सुबोध,
किशनगंज 08 । भारतीय रेडक्रॉस शाखा किशनगंज द्वारा विश्व रेडक्रॉस डे के शुभ अवसर पर माता गुजरी यूनिवर्सिटी के सभागार में समाज को नशा मुक्त करने के लिये युवाओं को लेकर कार्यक्रम आयोजित किया गया । इस अवसर पर शहर में रेडक्रॉस के द्वारा कई जागरूकता अभियान चलाया गया । जिसमें चिकित्सा शिविर के माध्यम से लोगो का निःशुल्क उपचार ओर दवाइयां दी गयी । साथ ही घरेलू गैस सिलेंडर से बचाव को लेकर आमजनों को सुरक्षित उपाय को बताया गया । बुधवार को एमजीएम सभागार में आयोजित नशा मुक्ति कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन मुख्य अथिति खेल पदाधिकारी मिन्हाहज आलम , इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी के चेयरमैन व माता गुजरी यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ.इच्छित भारत एवं सचिव मिक़्क़ी साहा व रेडक्रॉस सोसाइटी के कार्यकारिणी समिति के सदस्यों में धनंजय जायसवाल सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर नशा मुक्ति जागरूकता अभियान का संदेश दिया ।
इस अवसर पर खेल पदाधिकारी मेहनाज आलम ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि 8 मई को रेडक्रॉस के संस्थापक हेनरी डुनेंट की जयंती का वार्षिक उत्सव मनाया जाता है । तब से इस दिन को विश्व रेड क्रॉस दिवस के रूप में मनाया जाता है । उन्होंने युवाओं को सम्बंधित करते हुए कहा कि नशा एक अभिशाप है। यह एक ऐसी बुराई है । इन पदार्थो के सेवन से व्यक्ति को शारीरिक मानसिक व आर्थिक हानि पहुंचने के साथ सामाजिक वातावरण भी प्रदूषित करता है। साथ ही स्वयं व परिवार की सामाजिक स्थिति को भी नुकसान पहुंचता है। वह नशे से अपराध की ओर अग्रसर हो जाता है। नशा अब एक अंतरराष्ट्रीय विकराल समस्या बन गई है। बच्चों से लेकर बड़े-बुजुर्ग व विशेषकर युवा वर्ग बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। इस अभिशाप से समय रहते मुक्ति पाने में ही मानव समाज की भलाई है ।
समाज में खासकर युवाओं को नशा से दूर रहने और अपने भविष्य को संवारने के लिये ध्यान देनी चाहिये । रेडक्रॉस सोसाइटी के चेयरमैन डॉ.इच्छित भारत ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस बार रेडक्रॉस का थीम कीपिंग ह्यूमानिटी अलाइव है । जिसका अर्थ इंसानियत को जिंदा रखने है । रेड क्रॉस अंतरराष्ट्रीय संस्था है । जिनका कार्य प्राकृतिक आपदा महामारी बाढ़ संबंधी में उन लोगों के बीच बुनियादी सुविधाएं प्रदान की जाती है । जो वास्तव में जरूरतमंद है । आज समाज में नशा बड़ी तेजी से बढ़ रहा हैं। कम उम्र के बच्चों में भी नशा का प्रभाव बढ़ रहा है । जिससे समाज में इससे अपराध प्रवृत्तियाँ बढ़ी हैं। शराब एवं नशीली पदार्थ का प्रचलन से पूरे देश के युवा वर्ग में बड़ी तेजी से बढ़ा है। नकारात्मकता, निराशा, अवसाद को दूर करने के लिए आज का युवा इन्हीं को अपनाता है। यह धीमा जहर सामाजिक स्वास्थ्य के लिए बड़ा घातक है। शरीर खोखले एवं जनशक्ति छूंछ होती जा रही है। इसलिये वर्ल्ड रेडक्रॉस डे पर युवाओं को नशा को जड़ से खत्म करने के लिये ओर आमजनों को जागरूक करने लिये उन्हें प्रेरित किया ।
रेड क्रॉस सोसाइटी का मिशन शांतिपूर्ण वातावरण उत्पन्न करने के लिए हर समय और सभी प्रकार की मानवीय गतिविधियों को प्रेरित करना, प्रोत्साहित करना और आरंभ करना है। कहा कि नशे से स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ता है। यह पूरे परिवार को बर्बाद कर देता है। लोगों को अपने नशे की बुराई छोड़ने का संकल्प दिलाया ।
रेडक्रॉस के सचिव मिक़्क़ी साहा ने धन्यवाद विज्ञापन देते हुए कहा कि जिले में रेडक्रॉस के द्वारा लगातार ब्लड डोनेशन व जागरूकता अभियान आमजनों के बीच चलाया जाता है । सरकारी व गैर सरकारी विधालयो में बच्चों को आपदा से बचाव के लिये समय समय पर प्रशिक्षण दिया जाता है । आज नशा से युवा पीढ़ी ज्यादा प्रभावित है । रेडक्रॉस के द्वारा नशा मुक्ति को लेकर एक सकारात्मक संदेश दिया जा रहा है । किसी एक व्यक्ति की नशे की लत से परिवार और समाज पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है इसलिए किसी भी प्रकार के नशे से दूर रहना ही इसका सर्वोत्तम इलाज है। कुछ बीमारियों का इलाज ही बचाव है । नशा के सेवन से जीवन में निराशा का भाव आने लगता है। साथ ही चिड़चिड़ापन पैदा होता है, जो उसकी सफलता और जीवन के रोजमर्रा के कामों में बाधक बनता है। रेडक्रॉस के द्वारा ब्लड डोनेशन नशा मुक्ति व आपदा को लेकर कई कार्यक्रम और जागरूकता अभियान चलायी गी ।
साथ वर्ल्ड रेडक्रॉस के अवसर पर समाज में अग्निशमन के बेहतरीन कार्य व जागरूकता के लिये प्रशस्ति पत्र देकर सम्मनित किया गया ।
कार्यक्रम में रेडक्रॉस कार्यकारिणी समिति के सदस्य वॉइस चेयरमैन शंकरलाल महेश्वरी प्रो. बुलंद अख्तर हाशमी धनन्जय जायसवाल सुदामा राय अग्निशमन के अधिकारी विजेंद्र कुमार सुदामा राय सौरभ कुमार अजय सिंग एवं माता गुजरी यूनिवर्सिटी के डीफार्मा पारा मेडिकल छात्रा छात्रा बड़ी संख्या में युवा मौजूद था ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *