सुबोध,
किशनगंज 26 सितम्बर । भारत की नई संसद में पारित महिला आरक्षण विधेयक में मुस्लिम महिला को आरक्षण न होना मुस्लिम महिला के अधिकार का हनन है। एआईएमआईएम जिला कार्यालय पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सह विधायक अख्तरूल ईमान ने यह बातें पत्रकारों से मंगलवार को कहीं । उन्होंने संसद के दोनों सदन में पारित महिला आरक्षण विधेयक को लेकर देश की सेकुलर पार्टियां एवं भाजपा की केन्द्रीय सरकार पर निशाना साधा और कहा कि देश की सेकुलर पार्टियां इन दिनों हिन्दु कार्ड भी खेल रही है और मुसलमानों का वोट भी पाना चाहते हैं। लेकिन जब मुसलमान के अधिकार की बात होती है तो पीछे भाग जाते हैं । क्योंकि सभी सेकुलर पार्टियों ने संसद सदन में तो मुस्लिम महिला आरक्षण की बात पर बोले कि मुस्लिम महिला को भी आरक्षण मिलना चाहिए । मगर वोट महिला विधेयक के पक्ष में किया ।वही बीजेपी वाले का नारा है सबका साथ सबका विकास। लेकिन मुसलमान को अधिकार देने में‌ पीएम नरेंद्र मोदी के 56 इंच का सीना सिकुर‌कर 36 इंच का हो जाता है। विधायक श्री ईमान ने कहा कि सेकुलर पार्टियां यानि आईएनडीआईए गठबन्धन की पार्टियों के नेताओं को मुसलमानों के सिर्फ़ वोट चाहिए और आज तक ऐसा ही करते आऐं हैं ।
एआईएमआईएम प्रदेश अध्यक्ष श्री ईमान ने कहा कि वही हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद असदुद्दीन ओवैसी साहब ने महिला आरक्षण विधेयक में मुस्लिम महिला को आरक्षण देने बात उठाई। वही बड़ी निर्भीकता और ईमानदारी दिखाते हुए महिला बिल के खिलाफ वोट किया। मगर सेकुलर पार्टियां बिल के खिलाफ वोट देने में भाग गए।जिसके कारण महिला आरक्षण विधेयक दोनों सदन में पास हो गयी। सेकुलर पार्टियां मुसलमानों से वोट लेकर ठगने का काम किया। अगर सेकुलर पार्टियों को मुसलमानों की चिन्ता होती तो सीमांचल सहित देश भर में मुस्लिम महिला सच्चर कमेटी की एक रिपोर्ट में स्पष्ट है कि मुसलमान का कोई विकास नहीं हुआ है वह दिन प्रतिदिन पिछड़ता ही गया आज सीमांचल में मुस्लिम महिला सबसे ज्यादा अशिक्षित हैं बेटियों को पढ़ने की उचित व्यवस्था नहीं है। यहां तो सेकुलर पार्टियां में होड़ मची है कि मुसलमानों के वोट कैसे प्राप्त किया जा सके और लोक -लुभावन योजना का झांसा मात्र देते हैं।अगर देश की सेकुलर पार्टियों में ईमानदारी होती तो आज मुस्लिम समाज की भी स्थिति अच्छी होती।मगर पिछड़ा ही रह गया है इसी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति से उपर ले जाने का संकल्प हमारे पार्टी सुप्रीमो औबेसी साहब का है।
अख्तरूल ईमान ने कहा कि संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण देने का प्रावधान नहीं है मगर सच तो ये है कि अनुच्छेद-341के तहत हिन्दुओं,सिखों और बौद्ध धर्म के लोगों को आरक्षण दिया गया।
मौके पर पार्टी के वरिष्ठ नेता अफताब अहमद उपस्थित रहें। उन्होंने भी सेकुलर पार्टियां को निशाने पर लिया।

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