हरिद्वार । महापर्व कुम्भ को सफल बनाने के लिए सरकार ही नहीं अपितु गैरसरकारी संस्थाओं
के लोग भी तम्बाकू मुक्त क लिए हरिद्वार कुम्भ क्षेत्र में अभियान चला रहे हैं। यहां
देहरादून की बालाजी सेवा संस्थान क दो सौ स्वंय सेवक मार्च से हरिद्वार में डेरा
डाले हुए हैं और लोगों को तम्बाकू से होने वाले नुकसान के बारे में बता रहे हैं।
इधर पुलिस अधीक्षक संजय गुंज्याल का कहना है कि इन स्वयं सेवकों
का यह सफल अभियान है।
कुम्भ क्षेत्र में संस्था के यह कार्यकर्ता लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर तम्बाकू न
पीने की सलाह दे रहे हैं। यही वजह है कि इस दौरान कुम्भ क्षेत्र में कमोवेश
सार्वजनिक स्थानों पर लोग बीडी , सिगरेट इत्यादि का सेवन करते नजर नहीं आये।
संस्थान के कार्यकर्ता नेपाल सिंह और सुधांशु ने बताया कि वे एक मार्च से हरिद्वार
कुम्भ क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं। वे लोगों को पंपलेट, पर्चे, पोस्टर आदि माध्यमों से
बताने की कोशिश कर रहे हैं । उन्होंने बताया कि वे तम्बाकू के नफा-नुकसान के
बारे में नुक्कड़ सभाएं व पोस्टर के माध्यम से बताते हैं कि तम्बाकू सेवन करने से
जितना नुकसान स्वयं का होता है उससे अधिक नुकसान आसपास के लोगों सहित
प्रकृति का होता है।
तम्बाकू मुक्त कुम्भ अभियान के राज्य समन्वयक अवधेश कुमार ने बताया कि संस्था
को यह अभियान चलाने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तराखण्ड सरकार और
पुलिस विभाग ने नैतिक सहयोग दिया है। इसलिए उनका अभियान लगभग कुम्भ में
आ रहे सभी श्रद्धालुओं तक पहुंचाने की कोशिश की गई है। हरिद्वार के
मुख्यचिकित्सा अधिकारी ने बताया कि इस अभियान के मार्फत कम से कम
सार्वजनिक स्थानों पर लोगों ने धुम्रपान करने से अपने को रोका है।
संस्था ने मेला चिकित्सा अधिकारी, मेलाधिकारी व पुलिस महानिरीक्षक मेला के
हस्ताक्षर सहित तम्बाकू के नुकसान के लिए पोस्टर जारी किया हुआ है।