नेता प्रतिपक्ष की सोच घर से लेकर घोटाले तक
विजय शंकर
पटना। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने कहा है कि नेता प्रतिपक्ष को सोचने-समझने का दायरा सीमित है। उनके सोचने की सुई बार-बार घोटाले पर जाकर अटक जाती है। असल में घोटाले से उनका पारिवारिक रिश्ता है।
श्री पटेल ने आज यहां नेता प्रतिपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि इसलिए जब कोरोना के खिलाफ जंग में बेहतर काम के लिए पूरा देश बिहार की प्रशंसा कर रहा है, तो नेता प्रतिपक्ष टेस्टिंग में घोटाला ढूंढ रहे हैं। यह स्वभाविक भी है, बच्चे जिस परिवेश में पलते-बढ़ते हैं, उसका असर उसके व्यक्तित्व पर भी पड़ता है। नेता प्रतिपक्ष के साथ भी यहीं बात है।
श्री पटेल ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम में राज्य सरकार ने जो तत्परता दिखाई, उसी का नतीजा है कि आज इस महामारी से निबटने में बिहार देश में सबसे आगे है। भाई साहब ! आंकड़े तो सामने है , मृत्यु दर, एक्टिव केस, कुशल प्रबंधन और टीकाकरण, बिहार का रिकवरी रेट नेता प्रतिपक्ष को नहीं दिखता, तो कोई क्या कर सकता है।