पटना । बिहार में नई सरकार के गठन के साथ ही सरकार के शिक्षा मंत्री मेवालाल निशाने पर आ गए हैं । जेडीयू नेता मेवालाल चौधरी के सबौर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति रहते सहायक प्रोफेसरों की नियुक्ति में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया था । इस मामले में इन पर प्राथमिकी भी दर्ज हुई थी और पार्टी ने इन्हें निलंबित भी किया था । 2010-15 के बीच में सबौर कृषि विवि में वाइस चांसलर थे ।
निगरानी ब्यूरो ने इस मामले की जांच की थी । मेवालाल चौधरी पर स्पेशल विजिलेंस ने 2017 में केस दर्ज किया था और भागलपुर के सबौर थाने में भी 2017 में केस दर्ज हुआ था । अभी भी जेडीयू विधायक मेवालाल चौधरी के खिलाफ आईपीसी की धारा 409, 420, 46,7 468, 471 और 120 बी के तहत भ्रष्टाचार के मुकदमा दर्ज है, इनके खिलाफ अभी भागलपुर के एडीजे-1 की अदालत में मामला लंबित है ।
वहीँ दूसरी और मंत्री मेवालाल की धर्मपत्नी की मौत गैस सिलेंडर ब्लास्ट से हुआ था। बताया जाता है कि जिस वक़्त सिलेंडर ब्लास्ट हुआ उस वक़्त मेवालाल भी घर पर मौजूद थे। घटना रात्रि लगभग 11. 30 बजे हुई थी. इस घटना में मेवालाल की पत्नी काफी झुलस गयी थी और इलाज के क्रम में उनकी मौत हो गयी थी । इस घटना में पूरी तरह बच गए । पत्नी को बचाने के क्रम में मेवालाल का हाथ जल गया था । इस बीच ऐच्छिक सेवानिवृति ले चुके आई पीएस अमिताभ कुमार दास ने एक खत बिहार के तत्कालीन डीजीपी एसके सिंघल को लिखा था और मांग की थी कि मेवालाल की पत्नी की झुलसकर मौत के मामले में एसआईटी जांच कराई जाए ।
अब यह खत मीडिया की सुर्ख़ियों में है. जिसके बाद मंत्री मेवालाल लाल ने अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से ख़ारिज किया है और VRS ले चुके IPS अमिताभ कुमार दास को लीगल नोटिस भेजने की बात कही है. बता दें कि मेवालाल की पत्नी स्व. नीता चौधरी विधायक थी।