बिमल चक्रवर्ती
धनबाद : रंजीत साव की हत्या में मैंरे भाई रमेश पांडेय का कोई हाथ नही है। इस हत्याकांड में रमेश पांडेय का नाम लिया जाना समझ से परे है। पूरे मामले की सीआईडी से जांच हो। उक्त बाते भाजपा नेता रमेश पांडेय के भाई गणेश पांडेय ने गुरुवार को अपने आवास में पत्रकार वार्ता में कही। गणेश पांडेय ने कहा शूटर अमन सिंह के जेल में बंद रहने के बाद यह समझ जाना चाहिए कि रमेश पांडेय आखिर अमन सिंह से किस प्रकार मिल सकते है। मिलने की बात कोर्ट में अमन सिंह की पेशी के वक्त हो सकती है या फिर जेल में मुलाकाती के दौरान या फिर फोन के माध्यम से बातचीत। यह तमाम पहलुओं की प्रशासन जांच करा लें। सीआईडी से जांच की मांग हमने की है सरकार प्रशासन देश की किसी भी स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराएं। उन्होंने कहा रंजीत साव की हत्या के तीन माह बाद रमेश पांडेय का नाम आना यह बताने के लिए काफी है कि इसमें विरोधियों की एक सोची समझी साजिश है। रमेश पांडे जब से भाजपा की सदस्यता जॉइन किए हैं, तब से रमेश पांडेय भाजपा के बड़े नेताओं के आंखों की किरकिरी बने हुए है। गणेश पांडेय ने पुलिस महलमे के भी कुछ पदाधिकारियों को रमेश पांडेय को फंसाने की साजिश का हिस्सा बताया। गणेश पांडेय ने कहा कि मेरे भाई रमेश पांडेय निर्दोष है। धनबाद के एसपी से लेकर एसएसपी, डीआईजी, डीजीपी , राज्यपाल, सीएम ,पीएम और राष्ट्रपति तक पत्राचार के माध्यम से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की गई है।