योगेश सूर्यवंशी

मोहगांव : जिले के पेंच टाईगर रिजर्व अंतर्गत आने वाले परिक्षेत्र कुंभपानी बफर के ग्राम कोना पिडंरई के पास पेंच नदी में मिले एक पैर कटा बाघ के शव की गुत्थी एसटीएफ जबलपुर और पेंच टाईगर रिजर्व की टीम ने सुलझा ली है और इस घटनाक्रम में तीन आरोपी को गिरफ्तार किया है। इस बात की जानकारी पेंच टाईगर रिजर्व के उपसंचालक रजनीश सिंह ने सोमवार की शाम को दी है।

उन्होनें बताया कि 01 अक्टूबर 22 की सुबह सूचना प्राप्त हुई की कुंभपानी बफर अंतर्गत कोनापिंडरई ग्राम के पास पेंच नदी में 01 बाघ मृत अवस्था पानी में तैरते हुई दिखाई दे रहा है, जिसकी सूचना के आधार पर स्थानीय वन अमला घटना स्थल पर पहुंचा, मौके का मुआयना किया गया जिसमें सूचना सही पाई गई। घटना की जानकारी परिक्षेत्र अधिकारी कुंभपानी के द्वारा सहायक वन संरक्षक, उप संचालक एवं क्षेत्र संचालक को दी गई जिस पर वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटना स्थल के आसपास के सूक्ष्मता से निरीक्षण कर घटना स्थल की फोटोग्राफी एवं विडियोग्राफी की गई।
आगे बताया गया कि मौके मे मृत मिला बाघ नर हैं जिसकी उम्र लगभग 06-07 वर्ष आंकलन की गई एवं मृत बाघ का वन्यप्राणी चिकित्सक डॉ अखिलेेश मिश्रा के द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में शव परीक्षण किया गया एवं शव परीक्षण के प्रयोगशाला भेजने हेतु सेंपल एकत्र किये गये एवं और क्षेत्र संचालक, उपसंचालक, सहायक वन संरक्षक एवं ए.टी.सी.ए. के मनोनित सदस्य योगेश पटेल की उपस्थिति में शव जलाने की कार्यवाही की गई।
उपसंचालक ने बताया कि घटना का वन अपराध प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। 02 अक्टूबर को वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में टीम गाठित की गई जिसमें कुंभपानी बफर, गुमतरा, खवासा ,कुरई स्टॉफ एवं एस.टी.एफ. टीम, डॉग स्क्वॉड टीम, घटना स्थल पर पहुंची एवं घटना स्थल के आसपास के क्षेत्र पेंच नदी के दोनों ओर स्थित खेतों से गुजरने वाली विद्युत लाईन चेकिंग कार्य शुरू किया गया, जहां विद्युत लाईन चेंकिग करते एक टीम ग्राम हिर्री छिंदवाडा वनमंडल, परिक्षेत्र चौरई की बीट गिटेरिया कक्ष क्रमांक 1376 के समीप पहुंची जहां राजस्व से गुजरने वाली विद्युत लाईन चेक करते हुये सीताराम बेलवंशी के खेत पहुंची जहां वह उपस्थित था विद्युत लाईन चेक करने के दौरान उनके खेत पर टीम को कुछ घास कटी दिखाई दी एवं बाघ के बाल, विष्टा दिखाई दी जिसका संदेह हुआ जिस पर तुरंत सहायक वन संरक्षक के द्वारा डॉग स्क्वॉड को मौके पर बुलाया एवं डॉग स्क्वाड से घटना स्थल का मुआयना कराया गया डॉग सुघते हुये वहां तक गया जहां तक बाघ को घसीटकर ले जाया गया था। खेत मालिक से पूछताछ करने पर उसने अपना अपराध स्वीकार किया एवं चार दिन पूर्व विद्युत करंट लगाकर शिकार करने की बात स्वीकार की एवं बाघ के विद्युत करंट से मृत होने के बाद सीताराम बेलवंशी ने अपने दो छोटे भाईयो असाडू बेलवंशी एवं शोभेलाल बेलवंशी को साथ लेकर बाघ को छुपाने के लिये उसे घसीटकर पेंच नदी में ले जाकर फेंका।
गाठित टीम ने घटना का पंचनामा, जप्तीनामा एवं साक्ष्य एकत्र कार्यवाही मौके पर की और तीनों आरोपितों को पूछताछ हेतु लाया गया एवं उनके घर की भी तलाशी ली गई। सोमवार को टीम ने पुनः आरोपितों को साथ लेकर उनकी निशानदेही पर मौका स्थल का वन्यप्राणी बाघ के शिकार में उपयोग किये जाने वाले जी.आई. तार अन्य हथियार जप्ती की कार्यवाही की और सहायक वन संरक्षक छिंदवाड़ा क्षेत्र के समक्ष बयान लिये गये जिसमें आरोपितों ने विद्युत करंट लगाकर वन्यप्राणी बाघ का शिकार करना स्वीकार किया। सूत्रों की मानें तो फिलहाल गाठित टीम इस घटनाक्रम की जांच कर रही है। इसमें और नये तथ्य सामने आ सकते है।

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