नक्सलियों के नाम पर शिक्षको से लेवी वसूली करता था रंजन बिंद

मुंगेर ब्यूरो 

मुंगेर : मुंगेर जिला के तीन हिस्सा झेत्र नक्सल प्रभावित है जिसमे पुलिस को काफी सतर्कता बरतनी पड़ती है । आज सोमवार को हवेली खड़गपुर एस डी पीओ राकेश कुमार को गुप्त सूचना मिली की कुख्यात नक्सली रंजन बिंद अपने सहयोगी के साथ भोमासी पुल चौक के समीप मोटरसाइकिल से है । तभी एस डी पीओ राकेश कुमार के नेतृत्व में एक लड़ाकू टीम हवेली खड़गपुर थानाध्यक्ष एस एस आई के साथ पुलिस टीम गठित कर भोमासी पुल भेजे गए , वहाँ पंहुचे पुलिस टीम ने चारो ओर से घेर कर गाड़ी की तलाशी शुरू कर दी, तभी रंजन बिंद अपने सहयोगी के साथ पुल के समीप मोबाईल पर किसी से बात कर रहा था । तभी पुलिस ने दोनों व्यक्ति को दबोच लिया और पहचान में एक पूर्व नक्सली रंजन विंद निकला जो अपने मित्र के साथ गिरफ्तार किया गया । दोनों की तलाशी के दौरान एक किलो गांजा बरामद किया गया । 

रविवार की देर रात रंजन विंद के पास से एक किलो गांजा तथा नक्सली पर्चा की कॉपी जिसका प्रयोग हवेली खड़गपुर के कई शिझको से लेवी की डिमांड के रूप में करता था , उसे बरामद किया गया। नक्सली रंजन विंद नक्सलियो का सहयोगी के रूप में काफी दिनों से साठगांठ में था । कई शिझको से लेवी में भाड़ी रकम भी ले चुका है । पुलिस को काफी दिनों से इसकी सुचना मिल रही थी ।  पुलिस इसकी तलाश में काफी जगह छापेमारी भी कर रही थी, मगर आज पुलिस को एक सफलता हाथ लगी।

ऐसे देखा जाए तो नक्सलियों का सेफ जोन अब मुंगेर जिला का नक्सल प्रभावित झेत्र बना है । नक्सली अभी भी इस झेत्र मे अपने पैर जमाए हुए है, मगर पुलिस भी लगातार जंगली इलाकों में छापेमारी कर रही है। 25 जनवरी को धरहरा के मथुरा गांव के मुखिया की गला रेत कर हत्या कर दी गयी थी । जिले की भूगोलिक स्थिति यह है कि तीन हिस्सा नक्सल झेत्र है जो पहाड़ी और जंगलो से घिरा हुआ है । ऐसे में चिन्हित कर नक्सलियों को दबोचना पुलिस के लिए एक चुनोती भरा कार्य है।

बताते चलें कि इससे पहले टेटिया बंबर प्रखंड में भी नक्सली ने पोस्टर चिपकाकर अंचलाधिकारी एवं शिक्षक से भी रंगदारी मांगा था एवं मौत का फरमान सुनाया था । कुख्यात नक्सली रंजन बिंद मुंगेर जिला के हवेली खड़कपुर और टेटिया बंबर प्रखंड के कुख्यात नक्सली के नाम से जाना जाता है । इसके ऊपर टेटिया बंबर, खड़गपुर आदि थानों में सभी अलग-अलग थाने में दर्जनों मामला दर्ज है जो नक्सली और रंगदारी मांगने का है ।  

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