Subhash nigam

नई दिल्ली, 17 जनवरी । दशमेश गुरू गोविंद सिंह जी महाराज के पावन प्रकाशोत्सव पर विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष व वरिष्ठ अधिवक्ता आलोक कुमार आज सुबह सुबह कड़ाके की ठंड के बीच, गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय पहुंचे। वहां उन्होंने कुलपति प्रो. डॉ. महेश वर्मा से भेंट कर उन्हें 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाली राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के निमित्त अक्षत निमंत्रण दिया। इससे पूर्व उन्होंने गुरु गोविन्द सिंह महाराज के चित्र पर पुष्पांजलि कर देश – धर्म की रक्षार्थ उनकी तीन पीढ़ियों के बलिदान को नमन् किया।

वहां विराजमान गुरु ग्रंथ साहिब को मत्था टेक, उपस्थित शिक्षाविदों व संगत को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सरबंसदानी अमृत के दाते कलगीधर दशमेश पिता गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज ने अपने पिता और चारों पुत्रो का पंथ के लिए बलिदान दिया। मुगलों को चुनौती देते हुए वे कलगीधर कहलाये तथा अपने ही जीवनकाल में गुरु ग्रंथ साहिब को गुरु घोषित करके ‘आपे गुरु आपे चेला’ का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया। विश्व हिंदू परिषद का ऐसे महान् संत, वीर और धर्मयोद्धा को शत शत वंदन।

उन्होंने इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ महेश वर्मा और उनके साथ की कोर टीम को अयोध्या से आए पूजित अक्षत, राम जन्मभूमि मन्दिर का सुन्दर चित्र, मंदिर का ब्यौरा तथा न्यास का संदेश देकर 22 जनवरी को निकट के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में सम्मलित होने का निमंत्रण दिया। पूरी यूनिवर्सिटी परिवार को निमंत्रित करते हुए उन्होंने कहा कि उस दिन किसी को भी इस वैश्विक महोत्सव को घर में बैठ कर नहीं अपितु, सामूहिक रुप से मंदिर में ही आनंद उत्सव के रुप में मनाना है और घर घर दीप जलाने हैं।
इस अवसर पर उनके साथ निमंत्रण देने आई टोली में विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल, हरियाणा प्रांत अध्यक्ष सेवानिवृत जज  पवन कुमार, पश्चिमी दिल्ली के अध्यक्ष शिव कुमार इत्यादि विहिप-बजरंग दल के अनेक पदाधिकारी भी उपस्थिति थे।

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