विजय शंकर
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सरकारी कर्मचारी और अधिकारियों को विपश्यना केंद्र में साधना के लिए 15 दिनों का अवकाश दिया जायेगा । उन्होंने कहा कि बड़ी खुशी की बात है कि शुक्रवार को राष्ट्रपति जी बुद्घ स्मृति पार्क और विपश्यना केंद्र को देखने जाएंगे। तीन जुलाई 2018 से यहां विपश्यना केंद्र का नियमित संचालन हो रहा है । हमलोग चाहते हैं कि जितने भी सरकारी अधिकारी और कर्मचारी हैं, वे विपश्यना केंद्र में जाएं और उसका अनुभव प्राप्त कर लें। दस दिनों का यहां कोर्स चलता है। अब-तक 1200 लोग विपश्यना केंद्र में भाग ले चुके हैं।
मुख्यमंत्री गुरुवार को विधानसभा भवन के शताब्दी वर्ष समारोह में बोल रहे थे। कहा कि राष्ट्रपति वहां जाएंगे और कोई उनका सुझाव आएगा तो हमलोग उस पर काम करेंगे। इसे और बेहतर बनाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति बनने के बाद ये पहली बार तीसरा कृषि रोडमैप की शुरुआत करने के लिए नौ नवंबर 2017 को बिहार आए थे। इसके बाद 15 नवंबर 2018 को डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में आए थे।
25 अक्टूबर 2019 को विश्व शांति स्तूप, राजगीर के 50 वें वार्षिकोत्सव में हमारे विशेष आग्रह पर ये यहां पधारे थे। जापान के फूजी गुरु जी ने विश्व शांति स्तूप का निर्माण कराया था। विश्व शांति स्तूप का शिलान्यास छह मार्च 1965 को तत्कालीन राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने किया और 25 अक्टूबर 1969 को राष्ट्रपति वीवी गिरि ने इसका उद्घाटन किया था।