बिहार ब्यूरो
पटना। नमो के नेतृत्व में देश के उत्थान ने कुछ अंतरराष्ट्रीय गुटों और ताकतों को झकझोर दिया है। इन ताकतों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के खिलाफ घृणित एजेंडा चला रखा है। ये बातें आज पूर्व मंत्री व भाजपा उपाध्यक्ष नीतीश मिश्रा और पार्टी के मुख्यालय प्रभारी सुरेश रूंगटा ने कहीं। दोनों नेताओं ने कहा कि पेगासस का उपयोग ४५ देश कर रहे हैं, लेकिन भारत, जिसने इसका उपयोग करने के आरोपों से इनकार किया है, उसे निशाना बनाया जा रहा है। नेताओं ने कहा कि यह अकेले भारत को टारगेट करने के लिए एक और टूलकिट है। भारत को बदनाम करने की साजिश चल रही है। संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश मीडिया प्रभारी राकेश कुमार सिंह और अशोक भट्ट भी मौजूद थे।
अटल सभागार में संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राजद ने भाजपा पर तथ्यहीन और बेबुनियाद आरोप लगाये हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस निम्र स्तर की राजनीति करती है। दोनों ने पूछा कि पेसागस की फर्जी कहानी मानसून सत्र से पहले क्यों गढ़ी गयी? क्या मानसून सत्र से पहले इसे लाना कुछ लोगों की पूर्व नियोजित रणनीति नहीं थी? उन्होंने कहा मानसून सत्र के समय सदन को बाधित करने और बेबुनियाद एजेंडा खड़ा करने की कोशिशें की जा रही हैं। कांग्रेस धीरे-धीरे सिमट और हार रही है।
दोनों नेताओं ने कहा कि इस फर्जी कहानी से भारत सरकार को जोडऩेवाले साक्ष्य का एक भी सबूत प्रस्तुत नहीं किया गया है अब तक। यह फर्जी रिपोर्ट भारतीय लोकतंत्र और इसकी सुस्थापित संस्थाओं को बदनाम करने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि एमेनेस्टी जैसी संस्थाओं का कई मायनों में भारत विरोध घोषित एजेंडा रहा है। जब उनसे कानून के अनुसार विदेशी फंडिंग के बारे में पूछा गया, तो यहां से बोरिया-बिस्तर समेट कर चले गये।
उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में संदिग्ध लोगों के साथ सांठ-गांठ चलानेवाले विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों की भी संलिप्तिता है। कांग्रेस जैसी पार्टियां ऐसे संगठनों की लाइन को तोतें की तरह दुहरा रही है। २०१३ के आरटीआई जवाब से पता चला कि उस समय कांग्रेस की यूपीए सरकार द्वारा हर महीने लगभग नौ हजार फोन और ५०० ई.मेल खातों की निगरानी रखी जाती थी। हरियाणा के दो सिपाही राजीव गांधी के आसपास देख गये, तो उन्होंने केन्द्र में चंद्रशेखर की सरकार गिरा दी। कांग्रेस का यही चरित्र रहा है। राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर हाल ही में फोन टैपिंग का भी आरोप लगा था। आरोप, विपक्ष या भाजपा नहीं, कांग्रेस के ही विधायकों ने लगाये थे। उन्होंने कहा कि लोगों की निजता और स्वतंत्रता के उल्लंघन के कांग्रेस के इतिहास से हर कोई अवगत है।