नोयडा ब्यूरो 

नोएडा, मजदूर विरोधी चारों श्रम संहिताओं एवं किसान विरोधी तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने और सार्वजनिक क्षेत्र के निजीकरण पर रोक सहित मजदूरों की विभिन्न मांगों को लेकर सीटू जिला कमेटी गौतम बुध नगर द्वारा चलाए जा रहे अभियान के तहत सीटू से संबंधित मानीताऊ इंप्लाइज यूनियन ने सूरजपुर ग्रेटर नोएडा पार्क में कर्मचारियों की आम सभा का आयोजन किया। आम सभा में कर्मचारियों की समस्याओं/ मांगों पर विचार-विमर्श के बाद कम्पनी प्रबंधकों को समस्याओं के समाधान हेतु ज्ञापन पत्र देने का निर्णय लिया गया।
सभा को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता सीटू दिल्ली एनसीआर राज्य महासचिव कामरेड अनुराग सक्सेना ने केंद्र सरकार की मजदूर किसान विरोधी नीतियों को रेखांकित करते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकार निजीकरण को बढ़ावा देकर एवं पूंजी पतियों के टैक्स में छूट देकर उनके मुनाफे को बढ़ाने का काम कर रही है उन्होंने बताया कि मोदी सरकार द्वारा पारित तीनों कृषि कानून, मजदूर विरोधी 4 लेबर कोड़ और राष्ट्रीय शिक्षा नीति, सरकारी कंपनियों को बेचना इस कड़ी का हिस्सा है, विभिन्न सरकारी विभाग में खाली पड़े हुए पदों की भर्ती पर रोक लगा रखी है, वेतन में कटौती की जा रही है, काम के घंटे बढ़ाए जा रहे हैं, बेरोजगारी और महंगाई अपने चरम सीमा पर है। मोदी सरकार इन समस्याओं को हल करने की बजाय देश को धर्म और जाति के आधार पर बांट रही है जिससे हमें सजग रहकर संघर्ष की विरासत को आगे बढ़ाते हुए देश को सांप्रदायिकता, बेरोजगारी, महंगाई और नफरत फैलाने वाली ताकतों के खिलाफ आंदोलन/अभियान को तेज करना होगा।
सभा को संबोधित करते हुए सीटू जिलाध्यक्ष गंगेश्वर दत्त शर्मा ने कहा कि भाजपा की मोदी सरकार हिंदू राष्ट्र के भ्रम जाल में देश की जनता को उलझा कर देश में बनिया/ कारपोरेट्स का राज्य कायम करना चाहती है और उसके लिए कुछ भी कर सकती है श्रम कानून में संशोधन, कृषि कानून, सार्वजनिक क्षेत्र का निजीकरण करना इसी नीति का हिस्सा है आज देश में करोड़ों लोगों के रोजगार खत्म हुए हैं तो उसमें सबसे ज्यादा हिंदू ही प्रभावित हुए हैं। महंगाई, बेरोजगारी बढ़ी है तो उससे सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले की संख्या हिंदुओं की ही है। कोरोना महामारी में सरकार की कुव्यवस्थाओं से सबसे ज्यादा हिंदू ही प्रभावित हुए हैं। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि हमें हिंदू मुस्लिम के चक्कर से बाहर निकल कर देश की एकता, अखंडता और अपने हक अधिकारों व रोजगार आदि को बचाने के लिए संगठित होकर लड़ने की जरूरत है।
आम सभा को संबोधित करते हुए सीटू जिला महासचिव रामसागर ने अभियान संघर्ष को तेज करने का आह्वान किया।

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