सनातन धर्म इस समय चौतरफा नहीं… दसतरफा घिर गया है… लव जिहाद… धर्मांतरण… बॉर्डर पर हमला… देवी देवताओं का अपमान… मुस्लिम बहुल इलाकों से पलायन… अदालतों में हिंदुओं की नहीं चलना… शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह कम्युनिस्ट और जिहादी… अफसरों की नौकरियों में जिहादियों की जबरदस्त एंट्री… हिंदू धर्म की शिक्ष देने वाले ब्राह्मणों पर वैचारिक हमले… भीम मीम का एक होकर हिंदू धर्म पर हमला बोलना…. घनघोर जातिवाद इत्यादि
धर्मपरिवर्तन… लव जिहाद… और हिंदुओं की तमाम तरह की कायरताओं के मूल में है अंग्रेजी शिक्षा व्यवस्था… सीबीएसई और एनसीईआरटी ने हिंदुओं को पूरी तरह से तेजहीन और पंगु बना दिया है… सेकुलर शिक्षा व्यवस्था ने हिंदुओं की सारी आक्रामकता को खत्म कर दिया है और यही वजह है कि हम लगातार मार खा रहे हैं
– ऐसे में सिर्फ और सिर्फ गुरुकुल सिस्टम ही है जो अब हमें बचा सकता है… सबसे पहली बात तो ये कि निषाद राज गुह और भगवान राम एक ही गुरुकुल में पढ़े थे । इससे ये पता चलता है कि गुरुकुलों में कोई जातिवाद नहीं था । और सभी गुरुकुलों में पूरी तरह से समानता का व्यवहार होता था । गुरुकुल सिस्टम शुरू होने से जातिवाद खत्म होगा ।
– गुरुकुल सिस्टम में भारत के वेद पुराणों और उपनिषदों और सनातन धर्म की शिक्षाएं दी जाएंगी जिससे धर्मपरिवर्तन का खतरा टल जाएगा… क्योंकि जितने भी धर्मपरिवर्तन के केस सामने आ रहे हैं उसमें सबसे अहम बात यही है कि धर्मपरिवर्तन करने वाले को हिंदू धर्म के बारे में कोई जानकारी ही नहीं है… जबकि गुरुकुलों में हिंदू धर्म के बारे में जानकारी दी जाएगी ।
– जब हमारे भारत की लड़कियां गुरुकुलों में गायत्री मंत्र का पाठ करेंगी… हवन करेंगी और अपने धर्म के बारे में जानेंगी तो वो भी धर्मपरिवर्तन और लव जिहाद का शिकार नहीं होंगी और उनकी बुद्धि शुद्ध होगी ।
– इसके अलावा गुरुकुल सिस्टम में पढ़े हुए बच्चों को भारत के महान पुरुषों और अवतारों के बारे में जानकारी दी जाएगी.. जैसे… भगवान राम और भगवान कृष्ण । इस तरह की शिक्षा व्यवस्था में बच्चे वीर और बहादुर बनेंगे और उनके अंदर अपने धर्म की रक्षा और अन्याय से मुकाबले की ताकत भी आएगी ।
-गुरुकुल सिस्टम सनातन धर्म को और मजबूत करेगा क्योंकि अगर देखा जाए तो सिख पंथ, जैन पंथ, बौद्ध पंथ… सभी में गुरु शिष्य परंपरा रही है और इस परंपरा की वजह से गुरुकुल सिस्टम सभी को एक कर देगा
– लेकिन गुरुकुल में लोग अपने बच्चों को तभी पढ़ाएंगे जब गुरुकुल में पढ़े हुए बच्चों की आजीविका की गारंटी सरकार ले । ऐसे में सरकार को कुछ ऐसे नियम बनाने चाहिए जहां गुरुकुल में पढ़े हुए बच्चों को नौकरी में वरीयता दी जाए ।
– कम शब्दों में ही ज्यादा समझने का प्रयास करें… गुरुकुल व्यवस्था को मजबूत करें… अन्यथा हमें खत्म होने से कोई बचा नहीं पाएगा ।