विजय शंकर
पटना। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर राजधानी के गर्दनीबाग ठाकुरबाड़ी में 24 घंटे का अष्टजाम सह कीर्तन का आयोजन किया गया। इस आयोजन का शुभारंभ मंदिर न्यास के कार्यकारी अध्यक्ष सह पूर्व विधान पार्षद डॉ. रणवीर नंदन ने अपनी पत्नी नम्रता नंदन के साथ किया। इस मौके पर खुद डॉ. नंदन झाल लेकर भगवान श्रीकृष्ण का कीर्तन किये। इस मौके पर डॉ. नंदन ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के कीर्तन से आत्मशांति के साथ-साथ सुख समृद्धि और वैभव की प्राप्ति होती है। भगवान श्रीकृष्ण का जन्म विकट परिस्थिति में दुष्टों का संहार करने का संदेश देता है। इस मौके पर मंदिर के पुजारी सत्य प्रकाश पांडेय ने बताया कि अष्टजाम सह कीर्तन में स्थनीय सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु आकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए भगवान श्रीकृष्ण की पुजा अर्चना की।
इस्कॉन मंदिर में पूर्व विधान पार्षद डॉ. रणवीर नंदन ने किया दुग्धाभिषेक
पटना। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर जदयू के पूर्व विधान पार्षद डॉ रणवीर नंदन में बुद्ध मार्ग स्थित ईस्कॉन मंदिर में पुहंचकर भगवान श्रीकृष्ण को दुग्धाभिषेक किया। इस मौके पर डॉ. नंदन इस्कॉन मंदिर में आकर भगवान श्रीकृष्ण को अपनी श्रद्धा निवेदित करते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने गीता के पाठ से ब्रहमांड को एकता का संदेश दिया था और उन्होंने महाभारत में सत्य का साथ देकर देश को संदेश दिया था। उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण जानते थे कि उनके अवतार का मुख्य उद्देश्य कंस को मारकर वासुदेव और देवकी को मुक्त कराना है। अपने इस उद्देश्य को लेकर वे इतने प्रतिबद्ध थे कि बचपन से ही इसकी तैयारी करनी शुरू कर दी थी। मात्र 11 साल की उम्र में उन्होंने नंदगांव, यशोदा मैया, राधा, बाल सखाओं को सिर्फ इसलिए छोड़कर मथुरा चले आये और फिर मा -पिता को कंस से छुटकारा दिलाया ।