पुराने उपकरणों तथा अभिलेखों को विहित प्रक्रिया का अनुपालन करते हुए नियमानुसार निस्तारित/विनष्टीकरण करने का निदेश

vijay shankar

पटना : समाहर्ता-सह-जिला पदाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा आज सचिवालय कोषागार, निर्माण भवन, पटना का निरीक्षण किया गया। बिहार कोषागार संहिता के प्रावधानों के तहत यह एक नियमित निरीक्षण था। इसके पूर्व जिलाधिकारी डॉ. सिंह द्वारा दिनांक 06 जुलाई, 2022 एवं 15 जुलाई, 2021 को इस कोषागार का निरीक्षण किया गया था। जिलाधिकारी द्वारा कार्यालय प्रबंधन की अच्छी स्थिति पर प्रसन्नता व्यक्त की गई। साथ ही उन्होंने वरीय कोषागार पदाधिकारी, सचिवालय कोषागार, निर्माण भवन को बिहार कोषागार संहिता के प्रावधानों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करने का निदेश दिया।

 

जिलाधिकारी ने कहा कि पूर्व के निरीक्षण में दिए गए निदेशों के सम्यक अनुपालन की कोशिश की गई है। मैनुअल के अनुसार पुराने रेकर्ड का निष्पादन किया गया है। अभिलेखागार में कोषागार के अभिलेखों का विधिवत संधारण किया गया है। यह सराहनीय है। वरीय कोषागार पदाधिकारी को कर्मियों का अवकाश लेखा अद्यतन करने तथा सेवानिवृत कर्मियों के लंबित पेंशन को विशेष प्रयास कर निष्पादित करने का निदेश दिया। डीएम डॉ. सिंह ने कोषागार के पुराने एवं अनुपयोगी सामानों, तकनीकी संभाग के |पुराने उपकरणों तथा अभिलेखों को विहित प्रक्रिया का अनुपालन करते हुए नियमानुसार निस्तारित/विनष्टीकरण करने का निदेश दिया।

पूर्वाह्न 10.00 बजे पहुंचकर डीएम ने कर्मियों की उपस्थिति की जांच की, उनसे परिचय प्राप्त किया तथा कोषागार के विभिन्न कक्षों एवं शाखाओं का अवलोकन किया। गौरतलब है कि यह कोषागार विश्वेश्वरैया भवन, नेहरू पथ, पटना के भूतल पर अवस्थित है।

डीएम डॉ. सिंह ने सीएफएमएस, स्थापना, पेंशन, अंकेक्षण, सेवापुस्त का संधारण, लेखा, रोकड़ बही, सेवा पुस्तिका, खाताओं का संधारण सहित विविध पंजियों का अवलोकन किया। यहां एक वरीय कोषागार पदाधिकारी तथा तीन सहायक कोषागार पदाधिकारी पदस्थापित हैं। यह कोषागार पूर्णतः कम्प्यूटरीकृत है। यहाँ सीएफएमएस सॉफ्टवेयर दिनांक 01.04.2019 से प्रारंभ की गई है। इसके माध्यम से संबंधित निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी (डीडीओ) अपने कार्यालय से ही कोषागार को ऑनलाईन विपत्र समर्पित करते हैं तथा कोषागार द्वारा इसे प्रक्रियानुसार पारित किया जाता है। डीडीओ कार्यालय के संदेशवाहकों को कोषागार आने की जरूरत नहीं पड़ती एवं इस तरह कोषागार में भीड़ नहीं होती है।

वरीय कोषागार पदाधिकारी श्री प्रेम पुष्प कुमार ने जिलाधिकारी के संज्ञान में लाया कि कोषागार द्वारा विहित प्रावधान के अनुसार सेवानिवृत/मृत कर्मियों के पेंशन का प्रतिदिन निष्पादन किया जा रहा है। वर्तमान में पेंशनरों की कुल संख्या 5,596 है। कुल पारिवारिक पेंशनरों की संख्या 395 एवं सीएफएमएस में कुल पेंशनर की संख्या 2,215 है। वर्तमान में सीएफएमएस सॉफ्टवेयर के माध्यम से मासिक पेंशन का भुगतान कोषागार ई-साईन के माध्यम से सीधे पेंशनर के बैंक खाते में किया जाता है। जून, 2022 से जुलाई, 2023 तक कुल 541 पीपीओ प्राप्त हुआ जिसमें कोषागार द्वारा 489 पीपीओ को निष्पादित कर दिया गया। डीएम डॉ. सिंह ने वरीय कोषागार पदाधिकारी को शेष 52 लंबित पीपीओ को भी विशेष प्रयास कर निष्पादित करने का निदेश दिया।

नई पेंशन योजना अंतर्गत माह जुलाई, 2023 तक कर्मियों/राज्य सरकार का अंशदान राशि का फंड अन्तरण किया जा चुका है।

इस कोषागार में माननीय लोकायुक्त, माननीय न्यायालयों, राज्यसभा, लोकसभा, विधान परिषद, विधान सभा, मानवाधिकार, सूचना का अधिकार का कोई भी मामला लंबित नहीं है। अभिलेखागार में कोषागार के निष्पादित अभिलेखों को सुरक्षित रखा जाता है।

 

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