छठ महापर्व को लेकर ट्रैफिक सिस्टम में बदलाव,

गंगा किनारे घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था मुकम्मल

विश्वपति 

पटना। राज्य में छठ की तैयारियां पूरी हो गई है। वर्तमान समय में छठ घाटों का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। इसी बीच आज से छठ महापर्व की शुरुआत हो गई हैं। जिला प्रशासन ने पटना के ट्रैफिक सिस्टम में बदलाव किया है।
छठ पूजा के दिन यानी 10 नवंबर को दोपहर 2:00 बजे से शाम 7:00 बजे तक जबकि 11 नवंबर को रात 2:00 बजे से सुबह 8:00 बजे तक सड़क के मुख्य मार्गो पर यातायात बंद रहेगा।
इसके साथ-साथ पटना जिले में 10 नवंबर को सुबह 10:00 बजे से अगले 24 घंटे तक यानी 11 नवंबर को सुबह 10:00 बजे तक भारी वाहन के आने पर प्रतिबंध लगा रहेगा। छठ महापर्व में केवल छठ व्रतियों के वाहन, आपातकालीन वाहन जैसे एंबुलेंस और शवदाह वाहनों को आने जाने की अनुमति होगी।
अशोक राजपथ में कारगिल चौक से पूरब दीदारगंज, कारगिल चौक से पश्चिम शाहपुर तक आम वाहनों के परिचालन पर प्रतिबंध रहेगा। सिर्फ खजांची रोड से पटना कालेज, सायंस कालेज परिसर में वाहनों की पार्किंग के लिए सिर्फ छठ व्रतियों के वाहनों की पार्किंग होगी।
दीघा मोड़ से आशियाना मोड़ तक वाहनों का परिचालन नहीं होगा। इस दौरान वाहनों को रामजीचक मोड़ की ओर डायवर्ट कर दिया जाएगा। ये वाहन नहर रोड होते हुए बेली रोड आ सकेंगे।

गायघाट की ओर जाने वाले वाहन बाईपास या न्यू बाईपास से सीधे धनुकी मोड़, शीतला माता मंदिर और बिस्कोमान होते हुए गायघाट जा सकेंगे। इन वाहनों को गायघाट पुल के नीचे पश्चिम पाया से सटे फ्लैंक में, हथिया बगान, आलमगंज, लोहा गोदाम, एमसीएच में पार्क कराया जाएगा। गायघाट पुल के नीचे से परिचालित होने वाले टैंपो और व्यवसायिक वाहनों का परिचालन बाइपास थाना मोड़ से चौक शिकारपुर तक, यू बाइपास करमलीचक मोड़ से पटना सिटी, दीदाररगंज चेक पोस्ट से पश्चिम अशोक राजपथ में प्रतिबंध रहेगा।
इसी प्रकार चौक शिकारपुर आरओबी से पूरब मोर्चा रोड, पूरब दरवाजा की ओर जाने वाले छठ व्रतियों के वाहनों को गुरु गोविंद सिंह आरओबी के नीचे और पटना साहिब स्टेशन के पास पार्क कराया जाएगा।

जेपी सेतु पर छोटे वाहनों का परिचालन नहीं किया जा सकेगा। पाटीपुल, दीघा , शिवा और मीनार घाट जाने वाले व्रतियों के वाहन निर्धारित पार्किंग में पार्क किए जा सकेंगे। इन घाटों पर वाहनों का निकास और प्रवेश जेपी सेतु के एप्रोच पथ से रुपसपुर नहर रोड से होगा।

बाढ़ और मोकामा से पटना आने वाले ट्रकों का परिचालन फतुहा ओवरब्रीज से यूटर्न लेकर एनएच 30 पर बिहटा सरमेरा पथ पर भेज दिया जाएगा। दीदारगंज की ओर ट्रकों का परिचालन भी नहीं हो सकेगा। ये वाहन मसौढ़ी मोड़ के रास्ते बिहटा-सरमेरा पथ होते हुए फतुहा जा सकेंगे।

पटना जंक्शन, जीपीओ होते हुए बेली रोड से दानापुर या खगौल जाने वाली बस किसी भी परिस्थिति में गांधी मैदान नहीं जा पाएंगी। ये वाहन पटना जंक्शन से ही अपने गंतव्य स्थल की ओर रवाना होंगे।
दूसरी ओर पटना के करीब हर घाटों पर एनडीआरएफ की टीम की तैनाती भी कर दी गई है। इसके साथ साथ प्रशासन की तरफ से पटना के उन घाटों की लिस्ट भी जारी कर दी गई है जहाँ जाना खतरनाक हो सकता है।
इसमें करीब पटना में 12 घाट ऐसे चिन्हित किए गए हैं जहां जाना खतरनाक हो सकता है। इसमें 4 घाट ऐसे हैं जहां जान को खतरा है और 8 घाट ऐसे हैं जहां गंगा के बजाए नाले का पानी बह रहा है।
प्रशासन ने 12 घाटों को चिन्हित कर उन्हें प्रतिबंधित कर दिया है। आइए जानते हैं कहां जान का और कहां व्रत टूटने का खतरा है। खतरनाक घाटों को लाल रंग के कपड़े से घेरा जाएगा और वहां लाल लाइट लगाई जाएगी जबकि सामान्य घाट पर सफेद पीला और सफेद नीला कपड़ा लगाकर सफेद लाइट लगाई जाएगी।
दलदल से खतरनाक बने राजधानी पटना के यह घाट कंटाही घाट, टेढ़ी घाट, महाराज घाट, मिरचई घाट इन घाटों पर गंगा जल नहीं नालों का पानी, छठ व्रत करने के लिए नहीं​​​ हैं उपयुक्त अदालत घाट, मिश्री घाट, टीएन बनर्जी घाट, जजेज घाट, अंटा घाट,जहाज घाट,बी एन कॉलेज घाट, बांकीपुर घाट है।

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