सांकेतिक चित्र

सरकार दे चुकी है पैसा, बावजूद इसके नहीं हो रहा भुगतान, कई बार विभाग से कर चुके हैं मांग : फेप्राडीए
विजय शंकर
पटना । प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) योजना का अनाज वितरण हुए महीनों हो गए मगर दुर्भाग्य है कि अब तक कमीशन पाने वाले जनवितरण दुकानदारों को उसका कमीशन नहीं मिला है । मेहनताना ना मिलने से जन वितरण दुकानदार अपने संघ के जरिए अपनी आवाज सरकार तक पहुंचा चुके हैं फिर भी अब तक कमीशन दुकानदारों को नहीं मिला है । अगर लंबित कमीशन का शीघ्र भुगतान जनवितरण दुकानदारों को नहीं होता तो सरकार के विरोध में दुकानदार विरोध-प्रदर्शन करने को विवश हो जाएंगे ।
जानकारी के अनुसार पिछले वर्ष आए कोरोना वायरस काल के दौरान सरकार की योजनाओं के तहत पीएमजीकेएवाई के तहत गरीब जनवितरण वक्ताओं को मुफ्त अनाज दिया गया था और अनाज वितरण के एवज में जनवितरण दुकानदारों को कमीशन का भुगतान किया जाना था मगर एक वर्ष हो गए लेकिन अब तक जनवितरण दुकानदारों को कमीशन नहीं मिला है । यह कमीशन अप्रैल 2020 से नवंबर 2020 तक का मुफ्त अनाज वितरण के लिए दुकानदारों का बकाया है जो 8 माह का है । जन वितरण दुकानदार मेहनत से जान की बाजी लगाकर सरकार की योजनाओं को लागू कराने के बाद भी मेहनताना के लिए ठोकरें खा रहे हैं ।

संघ के अध्यक्ष बरुण कुमार सिंह

इस संबंध में फेयर प्राइस डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बरुण कुमार सिंह ने विभागीय सचिव और राज्य खाद्य निगम दोनों के पास कई बार गुहार लगा चुके हैं लेकिन अब तक उसका कोई फल नहीं निकला है । उन्होंने बताया कि कमीशन का पैसा सरकार ने राज्य खाद्य निगम को भेज दिया है, बावजूद इसके राज्य खाद्य निगम उदासीनता बरत रहा है और दुकानदारों को कमीशन नहीं दे रहा है । कमीशन का भुगतान पूरे बिहार के 90 फ़ीसदी दुकानदारों को नहीं मिला है जबकि कोरोना काल में काफी मुश्किल से जनवितरण दुकानदारों ने अनाज बाँटा था । संघ का कहना है खाद आपूर्ति विभाग के सचिव और राज्य खाद्य निगम के जिला प्रबंधक दोनों पदों पर एक ही व्यक्ति हैं और दोनों पद एक ही व्यक्ति द्वारा संभालने के कारण दुकानदारों को परेशानी झेलनी पड़ रही है । संघ के अध्यक्ष ने कहा कि अगर लंबित कमीशन का शीघ्र भुगतान जनवितरण दुकानदारों को नहीं होता तो सरकार के विरोध में दुकानदार विरोध-प्रदर्शन करने को विवश हो जाएंगे ।

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