बेगूसराय के ख्यातिप्राप्त आयुर्वेद चिकित्सक डॉ यू चन्द्रा

लू और गर्म हवाओं से हो रही मौतों को ले आयुर्वेद के डॉ यू चंद्रा से विशेष बातचीत

Vijay shankar

पटना । बिहार के आयुर्वेदिक के बड़े चिकित्सक और बेगूसराय जिले के गरीबों के लिए मसीहा बने आयुर्वेदिक डॉक्टर यू. चंदा ने देश में चल रहे हैं लू और गर्म हवा से हो रही मौतों पर दुख जताया है । लू को लेकर बताया कि इससे बचने के लिए कच्चा आम एक रामबाण है, इसे प्रकृति ने हमें दिया है । कच्चा आम का सेवन लू से बचा सकता है और लोगों को मरने से बचा सकता है।

एक बातचीत में बेगूसराय के हड्डी जोड़ अस्पताल के निदेशक व आर्युवेदिक चिकित्सक डॉक्टर यू. चंद्रा ने बताया कि कच्चे आम का सेवन किसी भी रूप में करने से लोग लू से बच सकते हैं । उन्होंने कहा कि कच्चे आम को पकाकर , उसके गुदा से जीरा, सौफ, काला नमक, नींबू आदि मिलाकर आमरस बनाया जाए और उसका सेवन घर से निकलने के समय किया जाए तो व्यक्ति कभी भी लू की चपेट में नहीं आएगा । उन्होंने कहा कि लू लगे व्यक्ति के शरीर पर अगर कच्चे आम का पकाया गुदा लेप की तरह मालिश किया जाए तो किसी भी दवा से यह बेहतर कार्य करती है और व्यक्ति लू लगने से होने वाली परेशानियों से निजात पा सकेगा। उन्होंने बताया कि कच्चे आम का पकाया गुदा शरीर पर लगाकर नहाने से दो-तीन दिनों के अंदर ही लू लगा व्यक्ति चंगा हो जाएगा। उन्होंने बताया कि आयुर्वेदिक का यह नुस्खा नहीं बल्कि सफल इलाज है। लू और गर्म हवाओं से हो रही मौतों से लोगों को बचाया जा सकता है।

बिहार के नामी आयुर्वेदिक डॉक्टर यू. चंद्रा ने बताया कि जिस तरह लोगों की दिनचर्या बदल गई है , लोग एसी घरों में रहते हैं , एसी कारों से चलते हैं इसलिए उनका शरीर गर्म हवाओं को बर्दाश्त नहीं कर पा रहा है, जिसके कारण लू और गर्म हवाओं से देशभर में मौतें हो रही है । आज परिस्थितियां ऐसी आ गई है कि चिकित्सा जगत को अस्पतालों में ब्लू वर्ल्ड बनाना पड़ रहा है । उन्होंने कहा कि हरे पेड़ काटे जा रहे हैं, प्रकृति के साथ खिलवाड़ हो रहा है जिसका नतीजा है कि लू को भी झेल नहीं पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि व्यक्ति प्रकृति के दिए हुए औषधियों के बल पर गंभीर से गंभीर बीमारियों से लड़ सकता है और जीवन को सुरक्षित कर सकता है।

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