राज्यपाल के निजी सचिव बृजेश मल्होत्रा की पहल के बाद भी नहीं खुल रहा गेट
विजय शंकर
पटना । राजेंद्र नगर टर्मिनल के उतरी गेट, जो राजेंद्र नगर की तरफ खुलता है ,वह कोरोना काल में बंद किया गया था। जिसे अभी तक खोला नहीं गया है। इसी द्वार को खुलवाने के लिए पटना के प्रबुद्ध नागरिकों में काफी गोहार लगाई है। इसी को लेकर पिछले दिनों फरवरी में 1 दिन का अनशन किया गया था ।और तत्पश्चत डीआरएम ,दानापुर को स्मार पत्र भी दिया गया था। लेकिन इन सबके बावजूद डीआरएम, दानापुर के तरफ से अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इसी के विरुद्ध में राजेंद्र नगर टर्मिनल के उत्तरी गेट पर सामाजिक कार्यकर्ता विजय कुमार अनिश्चितकालीन अनशन करने पर 9 मार्च से बैठे हैं। आज 10 मार्च अनशन का दूसरा दिन है।
सामाजिक कार्यकर्ता विजय कुमार की सेहत कमजोर हो रही है ,लेकिन दृढ निश्चय होने के कारण अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे हुए हैं । पिछले दिनों 9 मार्च को पटना प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि दो-तीन दिन में गेट खुलवाने का प्रयास करेंगे। इसी संदर्भ में किशोरी दास और चिंता देबी सहित चार व्यक्तियों का डेलिगेशन पटना प्रशासन के साथ राज्यपाल से मिलने राजभवन भी गया था, जहां राज्यपाल के निजी सचिव बृजेश मल्होत्रा, आईएएस से वार्तालाप हुई। उन्होंने भी ऐसा ही आश्वासन दिया है।
अनशन पर बैठे समाजसेवी विजय कुमार ने जानकारी दी है कि प्रशासन के कहने पर कि दो-तीन दिनों में उत्तरी द्वार खोल दिया जाएगा। मैंने भी आश्वासन दिया है कि यह शांतिपूर्ण अनशन तब तक जारी रहेगा जब तक उत्तरी द्वार नहीं खोल दिया जाता है । पटना प्रशासन और रेलवे प्रशासन के बीच क्या बातचीत हो रही है, इसकी जानकारी अभी नहीं है। लेकिन मुझे विश्वास है कि एक-दो दिनों में उत्तरी गेट खोलने का काम जरूर किया जाएगा ।
उत्तरी गेट नहीं खुलने से पटना शहर के अधिकांश निवासियों को राजेंद्र नगर टर्मिनल से ट्रेन पकड़ने में अनेक मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। इस दौरान गिरने -पड़ने ,चोट लगने, गाड़ी छूट जाने, बड़े बुजुर्ग का बेहोश हो जाना ,यह सब घटनाएं यहां पर देखी जाती है । इसी से प्रभावित होकर इस इलाके के समाजसेवियों ने जो निर्णय लिया था, उसी के आलोक में यह अनशन चल रहा है। मुझे आशा है कि आम लोगों के आक्रोश को देखते हुए डीआरएम, दानापुर यथाशीघ्र राजेंद्र नगर टर्मिनल का प्लेटफार्म नंबर- 4 पर स्थित उत्तरी द्वार खोलने का काम करेंगें।