रिश्तों में दिखा बदलाव, राहुल गांधी बोले- सुलझ गया मसला

पंजाब ब्यूरो
चंड़ीगढ़ : पंजाब कांग्रेस में नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच रिश्तों में अरसे से बनी दरार अब अमरिंदर की चाय पार्टी के साथ पटती दिख रही है । शुक्रवार को नए प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की ताजपोशी से पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने चाय पार्टी का आयोजन किया और उसमें दोनों की मुलाकात हुई जिसके बाद यह चर्चा शुरू हो गयी की अब दोनों नेताओं के बीच बनी तल्खी को संभावित चुनाव ने ख़त्म kr दिया है । पंजाब कांग्रेस भवन में आयोजित इस पार्टी के लिए सिद्धू पहले ही पहुंच गए थे और कुछ देर बाद पहुंचे कैप्टन अमरिंदर सिंह का उन्होंने स्वागत किया। दोनों के बीच गर्मजोशी को देखते हुए माना जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी पंजाब यूनिट को साधने में संभवत: कामयाब रही है । उसने एक तरफ नवजोत सिंह सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाया तो अब तक ऐतराज जता रहे कैप्टन को भी साध लिया। इस बीच सिद्धू की ताजपोशी में शामिल होने जा रहे तीन कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बस हादसे में मौत हो गयी जबकि 20 अन्य लोग जख्मी भी हुए हैं । इधर राहुल गाँधी ने पंजाब में सुलझाते विवाद और ठंडी होती कैप्टन -सिद्धू लडाई को लेकर संतोष जताया है और कहा है की अब पंजाब का मामला सुलझ गया है । 

अमरिंदर की टी पार्टी के दौरान पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत भी मौजूद थे। इसके अलावा सीनियर कांग्रेस नेता मनीष तिवारी भी और मनप्रीत बादल जैसे नेता भी उपस्थित रहे । पंजाब में कांग्रेस के 80 विधायक हैं और बीते दिनों प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद सिद्धू ने 62 विधायकों के साथ अमृतसर के स्वर्ण मंदिर का दौरा करने की बात कही थी। आज भी नवजोत सिंह सिद्धू कई विधायकों के साथ पार्टी के दफ्तर पहुंचे और अपने बाद आने वाले सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह का स्वागत किया।

उल्लेखनीय है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह- नवजोत सिंह सिद्धू का विवाद अब फ़िलहाल सुलझता दिख रहा है । कांग्रेस हाईकमान के हस्तक्षेप के बाद बाहरी मनमुटाव ख़त्म होता दिख रहा है मगर चुनाव के बाद क्या रिश्ते ऐसे ही रहें , इसपर अभी से ही मंथन व चर्चाएँ होने लगी हैं । चर्चा यह भी है की विवाद फ़िलहाल भूमिगत हो गया है और कांग्रेस आलाकमान अपनी रणनीति में सफल हो गया है ।  

इससे पहले कैप्टन खेमे की ओर से यह संदेश दिया गया था कि जब तक उनके खिलाफ किए गए ट्वीट्स के लिए सिद्धू माफी नहीं मांगते हैं, तब तक वह मुलाकात नहीं करेंगे। वहीं सिद्धू खेमे की ओर से कहा गया था कि सीएम को बड़ा दिल दिखाना चाहिए और मुलाकात करनी चाहिए। यही नहीं कुछ नेताओं ने तो उलटे कैप्टन अमरिंदर सिंह से ही माफी की मांग करते हुए कहा था कि उन्होंने सीएम के तौर पर जनता से किए वादों को पूरा नहीं किया है, इसलिए उन्हें ही जनता से माफी मांगनी चाहिए।

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