उपेन्द्र कुशवाहा पर तंज, कहा-पीठ में छुरा भोंकने वालों को नहीं आएगा समझ
नवराष्ट्र मीडिया ब्यूरो
पटना: जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व विधान पार्षद प्रो. रणबीर नंदन ने भारतीय जनता पार्टी की ओर से बिहार सरकारपर होने वालों हमलों का करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि बिहार को मिशन मोड पर विकास की राह पर ले जाने वाले नेता के कार्यों को कभी भाजपा समझ नहीं पाई। पीठ में छुरा भोंकने वालों को चीजें समझ में नहीं आएंगी। उन्होंने कहा कि भीषण शीतलहर के बीच नीतीश कुमार जनता के बीच हैं। उनकी समस्याओं को सुन रहे हैं। समाधान के रास्ते तलाश रहे हैं। विकास का रास्ता अंतिम व्यक्ति के दरवाजे तक पहुंचाने में जुटे हैं।
उन्होंने कहा कि एक तरफ नीतीश कुमार दिनरात मेहनत कर रहे हैं। तो दूसरी ओर सत्ता से दूर होने के भाजपा सिर्फ नीतीश कुमार को झूठ-फरेब मिलाकर कोसने में लगी है। क्या भाजपा के नेता यह बता सकते हैं कि भाजपा जितने दिन सत्ता से दूर रही उतने दिनों तक पार्टी ने बिहार के विकास के लिए क्या किया? भाजपा के नेता चाहते तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने का प्रयास करते लेकिन ऐसा नहीं हुआ। देखा जाए तो नीतीश कुमार काम कर रहे हैं। और भाजपा राज्य के विकास के लिए काम न कर के आलोचना में समय बिता रही है। नीतीश कुमार और भाजपा के नेताओं में अंतर यही है कि नीतीश कुमार बिहार के त्वरित विकास हेतु तत्पर हैं और भाजपा का विकास से कोई लेना देना नहीं है। बिहार की जनता को विकास से मतलब है। राजनीतिक आलोचना से बिहार की जनता दूर रहती है।
डॉ. नंदन ने कहा कि प्रदेश में जीविका दीदी के माध्यम से महिलाओं की स्थिति में सुधार की नई कहानी लिखी जा रही है। प्रदेश की करीब 1.28 करोड़ जीविका दीदी लगातार माननीय मुख्यमंत्री के संदेशों को जनता के बीच पहुंचाने में जुटी हुई है। उनके विकास के लिए भी कार्य हो रहा है। नीतीश कुमार सरकार ने जीविका दीदी को हमेशा तरजीह दी है। वर्ष 2015 में जीविका दीदी के सम्मेलन के दौरान ही सीएम ने उनकी मांग पर शराबबंदी का वादा किया। विधानसभा चुनाव 2015 में जीत के बाद इसे लागू किया गया। यह होता है कमिटमेंट। महिलाओं को शहरी और ग्रामीण निकायों में आधी हिस्सेदारी हो या फिर सरकारी नौकरी में आरक्षण, सीएम नीतीश कुमार प्रदेश की महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं। यही उन्हें आधी आबादी के बीच पॉपुलर बनाया हुआ है।
डॉ. रणबीर नंदन ने कहा कि नए साल में 5 जनवरी से मुख्यमंत्री समाधान यात्रा पर हैं। वे प्रदेश के विकास को लेकर लगातार यात्राएं निकालते रहे हैं। यह उनके जनता से सीधे जुड़ाव का माध्यम रहा है। जदयू की सहयोगी रही भाजपा पर कभी भी मुख्यमंत्री की नीतियों से जुड़ाव न होने का आरोप लगाते हुए प्रो. नंदन ने कहा कि उन्हें केवल राजनीतिक बयानबाजी से मतलब है। समाज को बांटकर वोट हासिल करने की कोशिश करते हैं। वहीं, नीतीश कुमार बिहार को जोड़ने के लिए यात्रा पर निकलते रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजनीति में गठबंधन बनते और टूटते रहते हैं। सबसे जरूरी होता है भरोसा। भाजपा कभी भी भरोसे वाला साथी नहीं रहा है। एनडीए में टूट का बड़ा कारण भाजपा की पीठ में छुरा घोंपने की रणनीति रही है।
डॉ. नंदन ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश की सत्ता में जदयू की साझीदार होने के बाद भी पार्टी ने प्रदेश के विकास के लिए कोई कदम नहीं उठाया। केंद्र में करीब 9 सालों से भाजपा सत्ता में है, लेकिन बिहार के लिए किए गए एक कार्य को वे गिना नहीं सकते हैं। ये लोग कुर्सी के भूखे हैं। कुर्सी जाने के कारण विलाप कर रहे हैं। विकास को लेकर उनका कोई कमिटमेंट नहीं है। दूसरी तरफ, नीतीश सरकार अपने उपलब्ध संसाधनों का भरपूर उपयोग कर राज्य की जनता की भलाई के कार्य में लगी हुई है। डॉ. नंदन ने कहा कि नीतीश कुमार 15 फरवरी तक समाधान यात्रा में रहेंगे। इस दौरान जिस प्रकार से मातृ शक्ति का समर्थन मिल रहा है, उसने हर किसी को बेचैन कर दिया है। नीतीश सरकार महिलाओं को आर्थिक रूप से सबल बनाकर परिवार और समाज को विकसित बनाने की योजना पर काम कर रही है। भाजपा की आंखों में यह चुभ रहा है।