राजद नेता प्रदीप मेहता की अध्यक्षता में विद्युत ग्रिड के पास गांधी सेतु के नीचे एक दिवसीय धरना का आयोजन
विजय शंकर
पटना : राष्ट्रीय जनता दल, पटना साहिब के तत्वावधान में केंद्र सरकार के जनविरोधी निजीकरणकरण नीति के विरोध में एक दिवसीय धरना का आयोजन गायघाट, लड्डू अखाड़ा ,विद्युत ग्रिड के पास गांधी सेतु के नीचे किया गया जिसकी अध्यक्षता प्रदेश राजद के पूर्व महासचिव एवं पूर्व निगम पार्षद प्रदीप मेहता ने की और कार्यक्रम का संचालन राजद नेता मोहम्मद जावेद ने किया।
धरना को संबोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व पूर्व मंत्री श्याम रजक ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता से अच्छे दिन लाने का वादा करके आए थे और कहे थे कि मैं देश नहीं बिकने दूंगा , लेकिन आज देश में क्या हो रहा है जिस रेलवे स्टेशन पर वे चाय बेचा करते थे आज उसी रेलवे स्टेशन को, एयरपोर्ट को, नेशनल हाईवे को एवं अन्य सरकारी संस्थाओं को ओने-पौने दामों लगाकर अपने चहेते अडानी ,अंबानी को फायदा पहुंचाने लिए उसे लीज पर दे रहे है। इस निजीकरण नीति के कारण देश एक फिर आर्थिक गुलामी ओर बढ रहा है इसलिए देश की जनता पुरजोर विरोध करेगी । उन्होंने कहा कि देश को बेचने वाले को जनता सत्ता की कुर्सी से हटाकर ही दम लेगी ।
अध्यक्षीय भाषण में प्रदीप मेहता ने कहा कि विकास के नाम पर सरकारी संपत्तियों का केंद्र एवं राज्य सरकार ने अपने संरक्षण में कुछ चुनिंदा लोगों को लूट का छूट दे दिया है । सरकार अपने चहेता चुनिंदा पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए 400 रेलवे स्टेशन, 90 ट्रेन और 25 एयरपोर्ट एवं 27600 किलोमीटर नेशनल हाईवे एवं सार्वजनिक क्षेत्र के मुनाफा कमाने वाले उपक्रमों को बेचकर या लीज पर देकर चला करो 600000 करोड़ जुटाने का जो लक्ष्य केंद्र सरकार ने रखा है , राष्ट्रीय जनता दल उस जनविरोधी नीतियों का पुरजोर विरोध करता है । उन्होंने कहा कि निजी करण के कारण सरकारी नौकरियों में खत्म होता जा रहा है जिसके चलते दलित पिछड़ा एवं वंचित वर्ग के लोगों को सरकारी नौकरियों में आरक्षण समाप्त होता जा रहा है । साथ-साथ सरकारी नौकरी भी खत्म हो जाएगी । इस संबंध में कहना है कि जब कोई भी उपक्रम अगर पूंजीपति अपने हाथों में या निजी हाथों में लेता है तो वह अपने मुनाफा के हिसाब से स्टॉप रखता है और अपने हिसाब से उसका वेतन तय करता। इसलिए केंद्र की निजी करण नीति किसी भी दृष्टिकोण से जनता एवं देश हित में नहीं है।
धरना के संबोधन करने वाले प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं में राजाराम यादव, मोहम्मद बशीरुद्दीन अहमद ,उमेश पंडित ,विनोद यादव, बलराम चौधरी , नाथुन राय , मोहम्मद मुन्ना खान , श्रीमती शकुंतला प्रजापति , श्रीमती संगीता यादव ,अरुण स्वर्णकार , राम बाबू पाल ,डॉ अनवर इमाम, नैयर कमाल, मोहम्मद साबिर अली, सीपीआई के देव रतन प्रसाद, श्रीमती सरोज देवी , राजेश रजक ,मोहम्मद साजिद हुसैन ,बबलू जायसवाल, मोहम्मद हिदायत अहमद ,पंकज रजक सुनील साहनी ,बिट्टू चौधरी ,राजेश कुमार प्रजापति ,बासुदेव पंकज छोटूराम ,रंजीत मेहता ,चंद्रशेखर राय ,फिरोज अंसारी ,मोहम्मद पिंकू मोहम्मद ,अरशद एहसान, मोहम्मद इकबाल आदि शामिल रहे ।