वेतन रोकना मौलिक अधिकारों का हनन : डा० विनोद त्रिपाठी
ब्रजेश कुमार
प्रतापगढ (उत्तर प्रदेश) । बेसिक शिक्षकों का वेतन दीपावली पर्व के मौके पर रोका जाना बीईओ, बाबागंज की कार्यवाही मौलिक अधिकारों का हनन है । वि० शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष डा०विनोद त्रिपाठी ने कहा कि जब शिक्षकों के परिजन और बच्चे त्यौहार के लिए खरीदारी का प्लान बना रहे थे , तब उन्हें खबर मिलती है कि अधिकारी ने तो एक दर्जन शिक्षकों की तनख्वाह ही रोक दी है । दीपावली पर्व पर अधार्मिक कृत्य को अंजाम दिया जाना मौलिक अधिकारों की अवहेलना के समान है ।
वि० शिक्षक संघ जिलाध्यक्ष डा०विनोद त्रिपाठी ने बाबागंज ब्लॉक के शिक्षकों के संघर्ष को समर्थन करते हुए कहा कि सर्वोच्च न्यायालय और उत्तर प्रदेश सरकार के शासनादेश के मुताबिक शिक्षकों के वेतन को रोकने का अधिकार, नियोक्ता अधिकारी को भी नहीं है। जबतक की भारी घोटाला या आर्थिक गबन जैसा गम्भीर आरोप या कार्यवाही विचाराधीन न हो । बीईओ ने वेतन रोकने की वजह शिक्षकों के सम्बध्द होना बताया है।
बीईओ की वेतन रोकने की कार्यवाही को मौलिक अधिकारों का हनन बताते हुए जिलाध्यक्ष डा०विनोद त्रिपाठी ने प्रश्न उठाया कि उन्हें ये बताना चाहिए कि वर्तमान विद्यालय में कार्य करने के लिए क्या शिक्षा अधिकारी का आदेश उन्हें पहले प्राप्त नहीं था? आरोपी शिक्षक बगैर विघालय में हाजिरी और बगैर शैक्षिक कार्य किये वेतन ले रहे थे ? कतिपय ब्लाकों में बीईओ के मनमाने बरताव को कुछ शिक्षक नेता बराबर हवा देते रहते हैं ।